तुम
तुम
छह महीने पहले जब तुमसे मिले तो देखते ही दिल दे बैठे। अब हमारा का कसूर था, तुम जो इतनी अच्छी हो फिर तुमसे प्यार क्यूँ न हो ? और तुम हो आज भी यही सवाल रहता है की हमसे प्यार काहे किये ?
अरे तुम पेहली नज़र में ही भा गई थी हमको बस धीरे धीरे तुमको जानने की कोशिश किये हम !
तुम्हारी कसम पहले कभी किसी लड़की से बात नहीं किये हम। असल में कभी किसी से प्यार ही न हुआ। पर तुम, तुम एकदम्मे अलग हो !
तुमको देखते ही लगा की तुम ही हो जो हमको पुरा कर सकती हो ! बड़ा हिम्मत कर के बात किये तुमसे तो फिर थोड़ा थोड़ा ड़र दूर हुआ हमारा, बाकी और किसी लड़की से तो आज भी बात न कर पाते है हम। पर तुमसे कुछो बोल देते है !
पता है, तुम सपने में भी आती हो ?
सुन्दर सुन्दर बोल के तो पेहले ही बहुत परेशान कर चुके है तुमको और दिल की भी उतनी ही साफ हो तुम !
तुमको देखते ही एकदम हार जाते है हम, या कहे जीत जाते है ? जाने का होता है पर खुद पे बस नहीं रहता।
हमारी जिन्दगी में सबसे बड़ा सुकून का दिन वो था जब तुम हमारे कंधे पे सर रख के सोयी थी और हम तुम्हारे सर पे हाथ फेर रहे थे। हमारे पास तुम्हारा सुकून से रहना कितना अच्छा लगता है का बताये तुमको !
मतलब आगे पीछे तो बहुत किये तुम्हारे। एक एक सैकेण्ड साथ बिताने के लिये हम घूमते रहे।
बस तुम्हारी वो स्माइल और तुम्हारे होठ से झाँकते तुम्हारे टेढे मेढे दांत, और वो तुम्हारी चिन पे बनने वाला छोटा सा गड्ढा ! गज़ब की सुन्दर हो तुम।
और किसी बच्ची की तरह मासूम, हाँ वो अन्ग्रेजी वाला क्यूट ही केह रहे है ! बच्ची बोलते है तो गुस्सा काहे जाती हो, अरे हमसे तो छोटी ही हो न।
बुटकी !
तुम्हारा हाथ अपने हाथ में ले के बैठे रहना, तुम्हारे चेहरे पे आते बालों को समेट पीछे करना, तुम्हारे गाल खींचना, और सुनो न कुछ कहना है के बहाने से तुम्हें चूम लेना सब कितना अच्छा लगता है, और तुम सब जानते हुए भी हमको करने जो देती हो !
बस एक तुम ही हो जो हर बार हमको सम्भाल लेती हो।
पर तुमसे झगड़ा भी बहुत्ते करते है न ! का करे थोड़ा गुस्सा ज्यादा आता है। पर सॉरी भी तो हम ही बोलते है हर बार न, और तुम सब ठीक कर देती हो !
जादू जानती हो न तुम ?
तुमसे पहले कहे थे न तुम परी हो, बस खुशियाँ बिखरने आई हो ! बस सच्चे कहे थे। उस समय तुम्हारा तारिफ कर रहे थे, पर तुम्हारे साथ इत्ता वक़्त बिताये है तो ऊ सब सच लगने लगा है।
तुम्हारे लिये कुछ करना तो हमें जैसे अपना काम लगता है, और अगर तुम साथ हो तब तो और ए बात होती है।
हम हर बार कहते है न तुम्हारे पैर पे वो काले धागे में बंधे काले मोती हर बार हमरी नज़र खींच लेते है कसम से !
भगवान ने बस एक्के कसर छोड़ी है, एक काला तिल देना था चेहरे पे !
कहीं हमरी ही नज़र न लग जाये !