सुनहरे अक्षरों में लिखी हुई एक अल्फाज है तू। सुनहरे अक्षरों में लिखी हुई एक अल्फाज है तू।
कहीं हमरी ही नज़र न लग जाये ! कहीं हमरी ही नज़र न लग जाये !
जो जैसा है, वैसा उसे स्वीकार करो। दूसरों को बदलने की चेस्टा वर्थ है। जो जैसा है, वैसा उसे स्वीकार करो। दूसरों को बदलने की चेस्टा वर्थ है।
उसका दर्द मुझे अपना लगता है। उसका दर्द मुझे अपना लगता है।
लव मुस्करा कर वो रिंग उसकि अँगुली में पहना देता है। लव मुस्करा कर वो रिंग उसकि अँगुली में पहना देता है।
क्योंकि उन्हें पूरा विश्वास है कि वक्त एक-न-एक दिन जरूर उसके घाव को भर देगा। क्योंकि उन्हें पूरा विश्वास है कि वक्त एक-न-एक दिन जरूर उसके घाव को भर देगा।