Akshat Garhwal

Action Thriller

4  

Akshat Garhwal

Action Thriller

The 13th अध्याय-35

The 13th अध्याय-35

15 mins
404


सैमुएल की मौत के साथ ही अब चोंगयुन का मुकाबला 2 की जगह 5 से हो गया था। जॉर्ज भी कारलोस की मदद कर रहा था चोंगयुन के वारों को कमज़ोर करने के लिए, ऊपर से इथन अपनी स्नाइपर के निशाने पर चोंगयुन को बने रखा हुआ था। अब जाकर कहीं चोंगयुन के हमलों की रफ्तार कम हो रही थी जिसका फायदा उठा कर कारलोस ने एक बार फिर अपने हड्डियों से तलवार बना कर चोंगयुन को दे मारा!

“आहssssssss....” पर चोंगयुन के पास जाने का खतरा उठाने पर उसे उसकी भरपाई भी करनी पड़ी, उसकी तलवार का वार छूने से पहले ही चोंगयुन ने उसे आगे बढ़ कर एक जोरदार लात मारी जिस से वह एलेनोरा से जा टकराया और दोनों ही कुछ दूर ज गिरे। 

“सननsssssssss...... भमsssssss...” और तभी इथन का निशाना चूक गया और गोली चोंगयुन के सर के पीछे से निकल गयी। जिसे चोंगयुन ने देख लिया......

चोंगयुन से आंखे मिलते ही इथन के शरीर में झुरझुरी छूट गयी, उसने जल्दी से एक बार फिर उस पर निशाना लगाया। चोंगयुन ने अपनई ताकत अपने पैरों में लगाई...वह ऊपर की ओर कूदने को तैयार था

“हाsssssssssहss!” पर जॉर्ज ने उसके पैरों पर आग से वार किया और उसे कूदने नहीं दिया, अब जॉर्ज उस पर लगातार आग के गोले बरसा रहा था ताकि किसी भी तरह उसे चोट पहुंचा सके और कारलोस-एलेनोरा को संभालने का समय मिल सके। तभी पीछे से रोबर्ट भी ऊपर की बिल्डिंग से नीचे आ गया, उसने भी वो प्लाज्मा गन उठाई और जॉर्ज का साथ देने लगा......

“(हमें उसे एक ही जगह पर 15 सेकंड के लिए रोक कर रखना होगा तब कहीं जाकर मैं उसे शूट कर पाऊंगा! एक पावर शॉट के लिए चार्ज होने में इस स्नाइपर राइफल को 15 सेकण्ड्स लगते है। बस किसी तरह उसे रोक लो, बाकी सब मुझ पर छोड़ दो)” एक बार फिर ट्रांसमीटर में उसकी आवाज गूंज गयी। सभी ने बस अपनी आखिरी ताकत चोंगयुन को रोकने में लगा दी!

एलेनोरा ,जॉर्ज और रोबर्ट ने अपने हमलों से चोंगयुन को घेर लिया, चोंगयुन ने भागना चाहा पर तभी कोई चाबुक जैसी चीज ने उसकी छाती पर खरोंचे मार दी। यह खरोंचे कारलोस का काम था जॉर्ज की आग के कारण चोंगयुन को देखने में तकलीफ हो रही थी ऊपर से एलेनोरा और रॉबर्ट ने चोंगयुन के घुटनों को निशाना बना रख था जिस कारण अब वह भागने में सक्षम नहीं था। कारलोस भी उस पर लगातार अपनी उंगलियों के चाबुक बना कर चोंगयुन को एक जगह पर ही बनाये हुए था!

“(5 सेकंड और!)” इथन ने सभी को चेताया

4.........

3.........

2........

1........ इस आखिरी मौके पर जॉर्ज ने पूरी ताकत से चोंगयुन के ऊपर आग डाल दी, उसे आग की चादर में लपेट दिया

“शननssssssssss... फच्sssssss!” वो काला खून एक बार फिर उड़ता हुआ दिखा और चोंगयुन धराशायी हो गया......

“(हमने कर दिखाया.....मैंने उसे शूट कर दिया!)” इथन की खुशी से भरी किलकारी ने सभी के कान में दम कर दिया पर चोंगयुन ने मारने से यह युद्ध विराम की ओर तो पहुंच ही गया था सभी मुस्कुराते हुए चेहरे लिए एक दूसरे के पास आने लगे

“वाsssssssह.......” पर चोंगयुन की दहाड़ ने सभी को जमीन पर गिरा दिया, वो आग भी भुझ गयी जिसमें चोंगयुन लपता हुए , सभी के होश ही उड़ गए जब उनकी नजर चोंगयुन के हाथ पर पड़ी! उसका दांया हाथ कलाई से उखड़ गया , यानी जिसे इथन और ये सभी चोंगयुन का सर समझ रहे थे वो उसका हाथ था क्योंकि जब जॉर्ज ने चोंगयुन को आग में लपेटा तो इसका फायदा उठाते हुए चोंगयुन ने झुक कर अपना हाथ अपने सर की जगह कर दिया जिस से उसका सर बच गया! काटो तो खून नहीं ऐसी हालत थी सभी की क्योंकि अब उनकी एक गलती की सजा मौत ही थी!

चोंगयुन मुँह फाड़ते हुए एलेनोरा की ओर अपना हाथ बढ़ाया

“धाड़sssssss.... बूमsssssssss” कि सामने से एक बाइक आकर चोंगयुन से टकराई और चोंगयुन के साथ पीछे जाकर जोर से फट पड़ी! वहाँ उस बाइक के फटने से आग का धमाका हुआ और यहां पर इन सभी के पीछे सृजल आकर कूदा, सृजल ही उस बाइक को लेकर आया था और क्योंकि सभी इतने ज्यादा बिजी(Busy) थे कि उन्हें सृजल के आने की खबर ही नहीं पड़ी

“चलो, चलो....उठो यार!” सृजल ने एलेनोरा और कारलोस का हाथ पकड़ कर उन्हें जल्दी से उठाया, सृजल के हाथ पकड़ कर वे जल्दी से उठे। 

“मैंने कहा था न कि तुम्हें यहाँ पर नहीं आना था!.......तू कभी मेरी बात सुनता क्यों नहीं है?” एलेनोरा कुछ झल्लाते हुए उस से बोली

“मेरी माँsssss डांट बाद में लेना पहले यहां से निकलते है” सृजल उसके सामने दोनों हाथ जोड़ते हुए उस से बोला

“तू ना....!”

“अबे यार ये लवर्स के साथ का यहीं नाटक तो पसंद नहीं आता, जब देखो मुसीबत के ही समय इन्हें लड़ने की सूझती है” कारलोस अपना माथा मलते हुए बोला “निकलना तो छोड़ो कुछ दूर चलने में ही हालात खराब हो जायेगी और वो चोंगयुन का बच्चा अभी मरा नहीं.......उसे खत्म किये बिना हम यहाँ से नहीं जा सकते”

सभी कारलोस की बात से सहमत थे पर चोंगयुन को मारना बहुत ही काम्प्लेक्स(Complex) था, हजारों हथियार बंद सैनिकों और एक बहुत ही ताकतवर शक्तिवाले इंसान को मारकर वह अब भी सामने ही था। उस से लड़ते हुए काफी देर हो चुकी थी पर ऐसा लग रहा था जैसे वह अमर ही है। जॉर्ज की आग, इथन की गोली और प्लाज्मा गन के वार होने के बावजूद अभी भी वो किसी तरह जिंदा था, हिंद क्या वह अभी भी उतना ही खूंखार था जितना पहले। कुछ बदल तो वह बस उसकी रफ्तार! ऊपर से वह काफी थक भी चुका था, एलेनोरा और रोबर्ट के लगातार उसके पैरों के जॉइंट्स में प्लाज्मा गन से हमला करने के कारण यह अब कूद नहीं पा रहा था। पर सच यहीँ था कि वह अब भी इतना ताकतवर था कि सभी को आसानी से मार पाए, सिर्फ उन सभी की फ़ास्ट टेक्टिक्स(Fast tectics) के जरिये ही वे सभी अब तक जिंदा थे। 

“( गाइस(Guys).............! वो उठ रहा है यार, जल्दी कोई प्लान सोचो...अगर तुम उसे किसी तरह एक ही जगह पर फिर से 15 सेकण्ड्स के लिए रोक लोगे तो पक्का इस बार कोई भी गलती नहीं करूंगा)” इथन की आवाज में गहरी सांस थी, भले ही वो घटनास्थल से दूर था पर फिर भी चोंगयुन की शक्ति से पहली बार उसकी इतनी फट रही थी। अब उसकी एक भी गलती नीचे सभी की जान ले सकती थी........

“अच्छा सुनो, मेरे पास एक प्लान है पर.......” सृजल ने बहुत ही आराम से उन सभी को घेर कर कहा

“हाँ बताओ....कुछ न होने से अच्छा कुछ ही सही” जॉर्ज ने सृजल की बात अपर अपनी सहमति जताते हुए कहा

एलेनोरा ने उसे बहुत ही गुस्से भारी नजरों से देखा जैसे कह रही हो कि ‘यहां से निकलने दे सृजल के बच्चे फिर तुझे अकेले में बताती हूँ’.......और उन नजरों से सृजल खुद को बचाने की कोशिश ही कर रहा था। फिर उसने सभी को अपना प्लान बताना शुरू किया जिसमें ज्यादा समय नहीं लगा!

“क्या हम यह कर पाएंगे?......आइडिया तो अच्छा है पर मरवाने के लिए भी काफी है” मैथ्यू ने इतनी देर बात कुछ कहा तो वह भी सच

“ये कुछ ज्यादा ही खतरनाक है...कुछ दूसरा सोच” एलेनोरा ने मुँह बनाते हुए असहमति जताई

“यार ये वक्त सोचने का नहीं है, मैं तैयार हूं सृजल वैसे भी वो उठ ही गया है तो तुम सभी भी अपना निर्णय ले लो.......चल सृजल” कारलोस ने उन सभी की बात को भेदते हुए सृजल की बात में अपनी सहमति दी और काम पर लग गए

“चलो तो फिर अपना भी शुरू हो जाते है........” जॉर्ज ने आखिरी बात कही

उस बाइक से लगी आग अब बुझ चुकी थी....चोंगयुन पीठ दिख कर खड़ा हुआ था, उसकी सांसों की आवाज पूरे माहौल की शांति में बवंडर की तरह छाई हुई थी.......अब उसका शरीर पहले से ज्यादा चोटों से घिरा हुआ था पर इतनी तकलीफ झेलने के बाद भी वह खड़ा हुआ था जैसे प्रकृति की सारी मार झेलता हुआ कोई पर्वत हो। 

सृजल और कारलोस उसके पीछे ही खड़े हुए थे, दिल की धड़कने कानों तक मे महसूस होई रही थी। दोनों ने ही एक दूसरे की ओर देखा, चेहरे पर एक मुस्कान दी....

“पता नहीँ क्या होने वाला है पर फिर से साथ लड़ना.....गर्व की बात है” कारलोस ने गर्म भाव से सृजल की ओर अपना हाथ , सृजल ने एक नजर देखा और उस से हाथ मिलाया

“मुझे भी खुशी है कि हमें एक साथ काम करने का मौका मिला” और सृजल ने उसे कुछ अपनी ओर खींच कर गले से लगा लिया। ये वेस ही था जैसे कोई पुराना दोस्त काफी समय बाद मिल कर वापस जा रहा था....सृजल के लिए तो ऐसा ही था पर कारलोस को ऐसा लग जैसे कोई गर्म ऊर्जा सृजल के शरीर से निकलकर उसके अंदर आ गयी और उसके शरीर को बहुत ही हल्का कर दिया। 

( ध्यान से देखों इंसानssssss........ यह है तुम्हारे पास दी गयी उधार की शक्ति की पूरी क्षमताsssssss!) यह आवाज इतनी शांत और रोंगटे खड़े कर देने वाली थी कि कारलोस की सांसे अटक गयी थी और यह आवाज उसके दिमाग के अंदर से आई थी। उसकी आँखों के सामने कुछ दृश्य घूमने लगे जो बेशक कारलोस की खुद की यादों में तो बिल्कुल भी नहीं थे। 

सृजल अपनी जगह से आगे ही बढ़ा था, पीछे सभी ने अपनी पोजीशन(Position) ले ली थी...वो कारलोस की हालत से अनजान थे कि अचानक.....कारलोस के शरीर से लाल रोशनी सी निकली जिसने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया!

सभी ने देखा कि कारलोस का शरीर बड़ा होने लगा था, उसके पैर पूरी तरह से नंगे मांसल हो चुके थे हड्डियां धातु की तरह और नुकीली हो गयी थी, पेंट नीचे से फट गया था...., हाथ भी पहले से बड़े और ताकतवर हो गए थे, कोहनी से तलवार की तरह एक नुकीली हड्डी निकल गयी थी, छाती-पीच भी मांसल और अस्ति-पिंजर पूरी तरह से धातु रूपी हड्डिया का बन गया था, चेहरा भी मांसल और खूंखार हो गया था, आंखें पूरी काली हो गयी थी...........5 फुट आठ इंच का कारलोस...अब 7 फुट का हो गया था....... चोंगयुन ने 2 फुट छोटा!

उसके इस ट्रांसफॉर्मेशन(Transformation) से अभी चकित तो थे ही...पर इस बार खुश भी थे क्योंकि अब सृजल का प्लान सक्सेसफुल होने के चांस बढ़ गए थे। 

“अब यह हुई न बात....वेल डन कारलोस(Well done, Carlos)” पीछे से एलेनोरा ने किलकारी लगाई 

पर जैसे चोंगयुन कि निगाहे कारलोस को देख रहीं थी ऐसा लग रहा था जैसे उसे घंटा फर्क नहीं पड़ता कि कारलोस अब पहले से ज्यादा ताकतवर हो गया है। सृजल ने अपना बाटन चार्ज कर तैयार रखा, पीछे जॉर्ज ने अपने हाथों में आग तैयार रखी.....एलेनोरा और रोबर्ट भी अपनी प्लाज्मा गन्स को लेकर एक दम निशाने को तैयार रखे हुए थे.........और सबसे पहले सृजल आगे बढ़!

उसे अपनी ओर आते देख कर चोंगयुन किसी जानवर की तरह चिंगाढा और अपने दोनों हाथों से सृजल को पकड़ने के लिए दौड़ा, वो दोनों इतने करीब थे कि सृजल का पसीना ठंडा पड़ गया....पर उसके हाथों के पास आते ही सृजल उसकी टांगों के बीच में से फिसलते हुए पीछे पहुंच गया और बाटन लेकर उसके पैर को निशाना बनाया!

“धाड़sssssss....!” पर चोंगयुन ने उसकी यह चाल भांपते हुए किसी तरह नीचे झुकते हुए एक बैक किक(back kick) दे मारी और सृजल पीछे जा गिरा, उसने अपने हाथों से अपनी बॉडी को गार्ड कर रखा था पर चोंगयुन का वार बहुत ताकतवर था। 

“सृजल ,नहीं.........!” एलेनोरा का दिल जैसे धक्क हो कर रह गया, उसने प्लाज्मा गन से उस पर हमला करना चाहा

“धम्मsssssss!” पर तभी कारलोस ने इतना जोरदार मुक्का उसे खींच कर दे मारा की चोंगयुन का सर पास की इमारत से जा टकराया, उस इमारत का वह हिस्सा टूट गया। कारलोस ने फिर से आगे बढ़ते हुए चोंगयुन को एक ओर मुक्का मारा

“भड़ssssss... भर....भर......” पर चोंगयुन ने वहाँ से जल्दी से अपना सर बाहर निकाला और कारलोस के मुक्के ने उस इमारत की दीवार के चिथड़े उड़ा दिए। चोंगयुन हट कर पीछे गया और कारलोस को गर्दन से पकड़ कर जमीन में दे मारा! वेग और आवाज से ही समझ आ गया था कि नीचे का कंक्रीट चकनाचूर हो गया था, कारलोस थोड़ी परेशानी में था पर इतनी भी नहीं कि चोंगयुन का मुकाबला न कर पाए!

“धाड़ssssss!” कारलोस ने जमीन पर लेटे हुए ही अपने हाथ की लंबाई थोड़ी बढ़ाई और चोंगयुन के माथे के कोने में जबरदस्त मुक्का मारा जिस से वह लड़खड़ाता हुआ कारलोस की गर्दन को छोड़ता हुआ बाजू हट गया, कारलोस का यह दूसरा वार था सर पर जिस के कारण चोंगयुन का दिमाग हिल गया था और कुछ सेकण्ड्स के लिए सोचने की शक्ति को कमजोर कर बैठा था

“अब यह खा, जानवर कहीं के!” रोबर्ट ने चीखते हुए एलेनोरा के साथ उस पर प्लाज्मा गन से फायर कर दिया जिस से बचने के लिए उसने अपने हाथों से अपने सर को बचाया, तभी जॉर्ज ने बहुत बड़ी आग की धारा उसकी ओर फेंकी जिस से उसे पीछे हटना पड़ा, गुस्से में आकर उसने अपने हाथ को सामने करके ताली बजे और उसकी शॉकवेव(Shockwave) से जॉर्ज, एलेनोरा और रॉबर्ट पीछे गिर पड़े!

“धाड़ssssssss!” तभी उसकी ताली बजने के अगले ही पल चोंगयुन संभल भी नहीं पाया था कारलोस ने एक जोरदार चॉप(Chop) उसके सर के बीच में दे मारा जिस से 1 सेकंड के लिए चोंगयुन ने अपने होश खो दिए! असल में चोंगयुन के सर में बार-बार जोरदार प्रहार करने से उसका दिमाग बहुत बार हिल चुका था जिस से उसके उसकी दृष्टि और पहचानने की क्षमता पर असर पड़ा था, और....यहीं तो सृजल के प्लान का अहम हिस्सा था। पीछे जाते हुए चोंगयुन के पैरों को कारलोस ने पीछे के पकड़ लिया ताकि वह नीचे मुँह के बल गिर पड़े..........पर आश्चर्य! उसके पैरों की पकड़ जमीन पर किसी जड़ की तरह थी भले ही वह कुछ हद तक बेहोश ही था पर उसका शरीर अलग ही काम कर रहा था।

“सृजल, अभी करो!” इस सब के बीच हम सृजल को तो भूल ही गए थे जो पीछे से दौड़ते हुए आया और चोंगयुन की पीठ पर फुल्ली चार्ज(Fully charge) बाटन से वॉर किया जिससे निकली ऊर्जा के प्रहार से चोंगयुन का संतुलन बिगड़ गया और वह मुँह के बल नीचे गिर गया....पर वह होश में आ गया!

“कारलोस जल्दी से उसके पैरों पर खड़े हो जाओ और हाथों को अपने हाथों को लंबा कर के जमीन में गड़ा दो”

सृजल की बात पर कारलोस चूक नहीं और चोंगयुन के उठने से पहले ही वह चोंगयुन के पैरों पर खड़ा हो गया. अपने दोनों हाथों और उंगलियों को लंबा करके उसने चोंगयुन के हाथों को जमीन पर लगा कर गड़ा दिया जिस से चोंगयुन के हाथ न छूट पाए! सृजल जल्दी से चोंगयुन की पीठ पर चढ़ गया और अपने बाटन को उसकी गर्दन में गाड़ने की कोशिश करते हुए चोंगयुन को लगातार बिजली के झटके देने लगा। 

चोंगयुन बुरा फंस गया पर इतना काफी नहीं था, वह अब भी बहुत हिल रहा था इथन का निशाना चूक सकता था इसलिए सृजल अपने दांतों से दम लागते हुए उसकी गर्दन में बाटन को डालने की कोशिश में लगा हुआ था  

“हाssssssssहssss!” अपने शरीर की पूरी ताकत और वजन सृजल उस बाटन के ऊपर डालने लगा। सृजल का पूरा चेहरा लाल पड़ गया था, चोंगयुन अब ओर भी तेज झटपटाने लगा था...........

“यार, ऐसे में तो मेरी पकड़ ढीली हो रही है, ये इथन का बच्चा गोली क्यों नहीं चला रहा है?” कारलोस भारी सी आवाज में बोला

“निशाना चूकना नहीं चाहिए, इसलिए हमें इसे कस के पकड़े रहना पड़ेगा....!”

सृजल और कारलोस को अब पकड़ बनाने में दिक्कत हो रही थी, ऐसा मौका फिर नहीं मिलता इसलिए ना ही कारलोस पीछे हटने को तैयार था ना ही सृजल.....और रही बात चोंगयुन की, तो पहली बार उसकी जान खतरे में थी तो वह तो हर मानने से रहा ऊपर से वह और भी ज्यादा बिफर गया था। 

अभी सृजल की पकड़ कमजोर पड़ने लगी थी, बाटन अगर किसी तरह उसकी चमड़ी से अंदर चला जाता तो काम बन जाता पर ऐसा होना उतना ही कठिन था जितना उंगली से पत्थर में छेद करना। पर कुछ पल के लिए तो जैसे कारलोस और सृजल भूल ही गए थे कि वो दोनों अकेले नहीं है! उन दोनों ने खुद पर ही सब कुछ आश्रित कर रखा था। अचानक ही सृजल को अपने हाथ के ऊपर किसी और का हाथ भी महसूस हुआ,

“अकेले थोड़े ही है,...........मैं भी तो हूँ न!” दौड़ती हुई एलेनोरा सृजल के पास आकर उसकी बाटन को दबा कर अंदर करने की कोशिश करने लगी रोबर्ट ने भी जल्दी से आकर चोंगयुन का बांया हाथ पकड़ कर जमीन में लगे रहने में मदद की, सृजल की दांये तरफ से जॉर्ज दौड़ कर आया और चोंगयुन कि गर्दन पकड़ ली वहीं पास में जहां पर सृजल ने अपना बाटन लगा कर रखा था........

“बस एक आखिरी बार यह काम कर जाए....प्लीज!....” जॉर्ज की बात किसी को समझ नहीं आयी पर अगले ही पल उन्हें उम्मीद की झलक दिख गयी! जॉर्ज ने सारी ताकत लगा कर अपने हाथों को गर्म लोहे की तरह लाल कर दिया, वो इतने ज्यादा गर्म हो गए थे किस सृजल और एलेनोरा को उसकी ऊष्मा लगने लगी थी

“उहाssssssss!.... हाssssssssss...!” पर समय पर जॉर्ज का तरीका काम कर गया, चोंगयुन की चमड़ी गर्दन के पास से धीरे-धीरे गलने लगी, ऐसा लग रहा था जैसे बटर तवे पे डल कर पिघल रहा हो.... और सृजल का बटन भी धीरे-धीरे अंदर जाने लगा और वो काला रक्त ऊपर की ओर आने लगा चोंगयुन को जो दर्द इस वक्त सहना पड़ रहा था जो किसी टॉर्चर से कम नहीं था, पहले चमड़ी तेज गर्मी से जल रही थी, उसके बाद उसका गाढ़ा खून और मांस....रक्तवाहिकाओं के साथ ही धीरे-धीरे जल रहा था! इतना दर्द सामान्य इंसान को कब का मार चुका होता पर....इस राक्षस रूप में सारी तकलीफे सहनी पड़ रहीं थी। शायद यहीं सजा थी उसके गुनाहों की और एक सबक भी था कि ‘शक्तिशाली होने के कोई भी अमर नहीं हो जाता.....और अगर अमर भी हो जाये...तो क्या ही फर्क पड़ता है?......दर्द तो चींटी के काटने पर भी उतना ही होगा जितना सामान्य व्यक्ति को होता है। अमर शरीर मौत से बचाता है, दर्द से नहीं!’

“(मेरे इशारे पर इथनsssss!)” सृजल ट्रांसमीटर चीखा......... बाटन अंदर जा रहा था पर अब भी चोंगयुन हार मानने को तैयार नहीं था....बाटन अंदर जाता रहा.....और तभी वो किसी चीज से टकराया! सृजल ने अपनी सारी ताकत झोंक दी और चीखा...

“गोली चला इथनssssssssss.....!” सृजल की आवाज इतनी तेज गूंजी की ट्रांसमीटर पर सुनने की जरूरत ही नहीं पड़ी....

इथन के निशाने पर चोंगयुन का सर था जो अब कम हिल रहा था, सिर्फ एक बार स्कोप में देखा और

“शांयssssssssss.........” इथन की गोली चली भी और चुकी भी नहीं! ऐसी आवाज आई जैसे टमटम पर किसी ने लात रख कर पिचका दिया हो.......इथन की स्नाइपर गोली चोंगयुन के बड़े से कठोर सर में एक बड़ा सा छेद करते हुए बाहर निकल गयी। चोंगयुन का वह खतरनाक शरीर अब धीरे से इंसानी रूप में ही बदल गया। सभी की अटकी हुई सांसे एक बार फिर से तेज होकर चले लगी, वो सभी इतने तक चुके थे कि वहीं पर ढेर हो गए सृजल के पास, कारलोस का शरीर भी सामान्य हो गया और वो धड़ाम से सृजल और एलेनोरा के ऊपर गिर पड़ा 

“गुड वर्क गाइस” गिरते हुए कारलोस के शब्द थे और थकान ने सभी को कुछ पल की नींद में गिरा दि



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