The 13th अध्याय 31
The 13th अध्याय 31
दूर कहीं से काफी धमाकों और गोलिबारियों कि आवाज आ रही थी, ऐसा मालूम हो रहा था जैसे पूरा शहर गहरी नींद में सो रहा हो और कोई उसे उठाने की जद्दोजहद में इतना शोर मचा रहा हो। न्यूयॉर्क के ज्यादातर लोगों को इथन और रोबर्ट ने अंडरग्राउंड सेफ हाउस में पहुंचा दिया था और 100 CIA के अभ्यासरथ जवानों को उनकी सुरक्षा में तैनात किया हुआ था और वैसे भी इथन और रोबर्ट अंडरग्राउंड जाने के मुख्य रास्ते से दूर नहीं थे। एलेनोरा भी करीब आधे घंटे से ब्रूकनिल ब्रिज पर CIA के जवानों के साथ छुप कर तैनात थी, वैसे भी ब्रिज से पैराडाइज़ मोटेल की दूरी करीब 2 किलोमीटर थी तो एलेनोरा ब्रिज के छोर पर ही दुकानों, गाड़ियों और पेड़ों के पास जवानों के साथ घात लगा कर बैठी हुई थी। सभी के पास कुछ आधुनिक और बाकी के सामान्य पर ताकतवर हथियार थे क्योंकि वे यह नहीं कह सकते थे कि आखिर उनका मुकाबला होने की से वाला था?
“ब्रिज के पास कोई हलचल तो नहीं है ना?” एलेनोरा के कान में वायरलेस बड लगा हुआ था जो उनके नए गैजेट वेव ग्लोव(Wave glove) के जरिये लगभग सभी CIA वालों से जुड़ा हुआ था पर उससे किसी एक व्यक्ति से भी बात की जा सकती थी या कह लो कि कॉन्फ्रेंस के विकल्प भी था, पहिलहल रोबर्ट की आवाज का जवाब देना था
“यहां पर आधे घंटे से सब कुछ शांत है पर तुम्हारी ओर काफी शोर मचा हुआ है, क्या बात है? कुछ गड़बड़ तो नहीं हो गयी है ना?” एलेनोरा ने एक दूरबीन से ब्रिज के उस पर देखते हुए पूछा
“यहीँ बताने के लिए ही तो कांटेक्ट किया” रोबर्ट की आवाज में थोड़ा सा व्यंग झलक रहा था “लगता है रेड ऑक्टोपस के पास कुछ जबरदस्त हथियारों के साथ साथ एक और शक्तिधारक है”
पहले से ही मुश्किलें कम नहीं थी और रोबर्ट की बात से ऐसा लग रहा था वहाँ पर युद्ध बराबरी का चला रहा था।
“अब और क्या देखना बाकी रह गया है?” एलेनोरा ने अपना माथा मलते हुए पूछा
“अरे दिख ही तो नहीं रहा! प्रॉब्लम(Problem) तो यहीं है” रोबर्ट ने यूँ ही हंसते हुए कहा “अभी हमने कुछ बार ही उनकी भिड़ंत को देखा है और वहाँ पर कोई ऐसा भी है जो दिखाई नहीं दे रहा है”
“क्याsssssss?!” एलेनोरा चिल्लाते हुए पूछने लगी
“यह तो कुछ भी नहीं, नहीं दिखना तो फिर भी ठीक है पर वो जो भी है वो तो थर्मल सेंस(Thermal sense) से भी नजर नहीं आ रहा है और ऊपर से वो शायद हवा को भी कंट्रोल कर पा रहा है इसलिए चोंगयुन का राक्षस रूप भी उसे ढूंढ नहीं पा रहा”
अब वहां पर कोई ऐसा भी था जो न सिर्फ खुद को गायब कर पा रहा था बल्कि वो हवा को भी नियंत्रित करने में सक्षम था? अब इससे बुरा प्रतिद्वंदी और कौन हो सकता था। एलेनोरा पहले सृजल के लिए चिंतित थी पर अब उसे लग रहा था कि सृजल तो ठीक ही है क्योंकि कारलोस उसके साथ होगा पर यहां पर तो CIA के साथ वो बच्चे ही थे, और वे भी तरह की लड़ाई में सीधे भाग नहीं ले सकते थे क्योंकि उन्होंने इस तरह का अभ्यास किया ही नहीं था!
“ काश सृजल और कारलोस यहाँ पर जल्दी आ जाएं” एलेनोरा ने ने आँख बंद करके अपनी इच्छा जाहिर की और इंतजार करने लगी युद्ध में आने वाले मोड़ का!
उसी दौरान सृजल, रेड ऑक्टोपस के बेस में
उस गोल कमरे के चारों दरवाजे जैसे ही खुले वहाँ पर हर एक दरवाजे के सामने हथियार बैंड सैनिक खड़े हुए थे जो पूरी तरह से वैसे ही काले मिलिट्री वाले कपड़ों में थे जैसे एलेनोरा को पकड़ने के लिए आये थे। अंदर सिर्फ 50-60 के करीब सैनिक आये थे और उन के पीछे कुछ बहुत ही आधुनिक मशीनें भी थी जिन्हें देखना और उनका मुकाबला करना आसान नहीं था
“सो(so)...... इनके पास रोबोट्स भी है...” मैथ्यू धीरे से बोला
“और वो भी कहीं ज्यादा ताकतवर” सृजल ने मैथ्यू की बात पूरी की
अभी वो सभी उन सैनिकों से घिरे हुए थे, बंदूक की नोंक पर अपनी मौत को करीब से देखना उन सभी के लिए कोई नई बात नहीं थी! पर इस बार मौत कुछ ज्यादा ही करीब दिख रही थी। वे सभी इसी उधेड़बुन में थे कि अगर पकड़े गए तो मारे जाएंगे पर यहां से निकलने का कोई रास्ता भी तो समझ में नहीं आ रहा था
“तोsssssss मिस्टर सृजल यादव भी यहां पर है, कहना तो नहीं चाहिए पर मुझे मालूम था कि तुम एलेनोरा की मदद के लिए जरूर आओगे पर तुमसे हमारे बेस में मिलना तो शायद किस्मत में ही लिखा था” यह आवाज सृजल के लिए नई नहीं थी बल्कि सृजल को देख कर ही समझ आ रहा था कि वो इस आवाज को कुछ खास पसंद नहीं करता!
“ओबर बराडा! तो तुम यहाँ छुपे बैठे हो” सृजल ने अपनी नजरें पीछे की तरफ की और ओबर की आंखों में आंखें डालते हुए कहा “रशिया से काफी जल्दी भाग गए थे”
सृजल ने जिस तरह की व्यंगात्मक शैली में ओबर से यह बात कही थी वो ओबर को कतई पसंद नहीं आई क्योंकि उसकी मुस्कान को एक किनारे से टूटते हुए सभी देख रहे थे। अब उसकी आँखों में गुस्सा भर गया था
“मौत इतनी करीब है फिर भी इतरा रहे हो? जल्दी ही तेरी लाश के टुकड़े करके मैं एलेनोरा को गिफ्ट करूंगा, और फिर उसे भी तेरे पास पहुंच दूंगा पर उससे पहले में अपनी प्यास बुझाऊंगा” ओबर का चेहरा यह कहते हुए तड़क सा गया था और उसने अपनी जीभ से एक चाकू को बहुत ही घटिया तरीके से चाटते हुए यह कहा था। सृजल को गुस्सा आना स्वाभाविक था, उसके दांत घिसने लगे थे।
“मुझे लगता था कि मैं तेरा पीछा कभी भी नहीं करूंगा” सृजल ने अपनी बात को जारी रखा क्योंकि वो जनता था कि इस हालत से निपटने का एक ही रास्ता है,’समय निकालना’! “रशिया से निकलने के बाद जब पहली बार तुझ से मुम्बई के पास आइलैंड पर मुलाकात हुई थी तो उम्मीद नहीं थी कि मैं तुझे पहचान नहीं पाऊंगा। समय के साथ साथ ये शरीर भी काफी बड़ा हो गया है”
ओबर का 5 साल में इतना हट्टा-कट्टा हो जाना आयाम बात नहीं थी ऊपर से उसकी ताकत पहले से कहीं ज्यादा थी जब आइलैंड पर वो रूबी को मारने के लिए आया था। उसका रूप इतना बदल गया था कि सृजल जो उस से नफरत करता था वह भी उसे पहचान नहीं पाया।
“अपने काम को अंजाम देने के लिए काफी सारे खतरनाक कदम उठाने पड़े मुझे, पर अफसोस तुझे बराबरी के मुकाबले में मारने का मौका नहीं मिलेगा। क्योंकि हमारे बेस पर आना बहुत ही बड़ी गलती साबित की है” ओबर का चेहरा एक तो पहले से ही काला था ऊपर से वो इतना भयानक तरह से मुस्कुरा रहा था कि उसे देख कर सृजल और उसके साथियों के रोंगटे खड़े हो गए थे। “चलो, इन सभी को खत्म कर दो!” ओबर ने सभी सैनिकों को उन पर गोलियां बरसाने का इशारा किया
“होंssss!” एक छोटे से सायरन जैसी आवाज आती है और धड़ाम से दरवाजे बंद हो जाते है।
सारे सैनिक सकपका गए थे कि अचानक से यह क्या हुआ? ओबर का वह डरावना चेहरा अचानक से पसीने में नहा गया। तभी उसकी नजर दरवाजे के पास के लीवर पर गयी जहां से सारे दरवाजे बंद होते थे और उस पर एक सांप लिपटा हुआ था! वो सांप कोई और नहीँ बोरिस था जो कि सृजल की बातों के जरिये समय निकाल कर सीधे उस लिवर तक पहुंच गया और उस से लिपट कर उसे नीचे गिरा दिया। इस अचानक हुई घटना से सभी घबरा गये थे
“देख क्या रहे हो? उस लिवर को खींच कर दरवाजे को खोलो!” सभी ने जल्दी से उस लिवर की ओर ध्यान लगाया उर बस इसी मौके की तो तलाश थी सृजल और कारलोस को! जैसे ही वो सभी लीवर की ओर जाने लगे कारलोस ने अपने हाथ को किसी कातिल चाबुक सा बना लिया, उसकी उंगलियां ज़मीन को छूने लगी और उसके नाखून किसी चाकू जैसे हो गए। कारलोस के खड़े होते ही सृजल और बाकी साथी नीचे झुक गए और कारलोस ने अपने कातिल चाबुक वाले हाथ को पूरे कमरे में एक बार जोर से घुमाया। उसकी मार और धार इतनी तगड़ी थी कि आधे से सैनिक तो कट कर मर गए और जो भी बचे उन्हें कुछ न कुछ घाव आये थे। सृजल ने ओबर को बचाने के लिए हाथ अड़ाते हुए देखा था पर इंसानी हाथ भला उन दानव जैसे कातिल हाथों का मुकाबला कैसे कर सकते थे। घायल हो कर वह भी जमीन चाट रहा था। बचे हुए सैनिक तुरंत ही सृजल और साथियों को मारने के लिए बंदूक चलाने लगे पर वो लोग ऐसे ही थोड़े ही खड़े रहते। बोरिस सांप से सफेद बाघ(White Tiger) मैं बदल गया और दरवाजे के पास वाले सैनिकों को किसी कागज़ की तरह फाड़ने लगा, जॉर्ज ने आग का उपयोग नहीं किया क्योंकि वहाँ पर आते समय उन्हें पता चल गया था कि इस बेस का मुख्य कमरा गैस पाइपलाइन से सीधे जुड़ा हुआ है जिस से वहाँ पर आग जलनी से धमाका हो सकता था, मैथ्यू भी उसी के साथ बैठ गया।
“आsssssss ह ssssss!” उधर सृजल उन सैनिकों की हड्डियां तोड़ने में कुछ ज्यादा ही व्यस्त था, सृजल के पास वो डंडे जैसा हथियार था जो बहुत ही मजबूत और भारी था जिस से सृजल कभी किसी की कॉलर बोन में फंसा कर कॉलर की हड्डी तोड़ रहा था तो कभी किसी की पसलियां और कोहनी में फंसा कर हाथ। जल्दी ही बोरिस और सृजल ने उन सैनिकों का काम तमाम कर दिया, हालांकि सृजल ने सिर्फ हड्डियां ही तोड़ी थी।
“चलो, वो पुस्तक मिल गयी तो अब यहां से निकलते है। जाते-जाते इसे उड़ा देंगे” सृजल ने मैथ्यू और जॉर्ज को हाथ दे कर उठाया, वो दोनों तो सृजल के लड़ाई करने के तरीके से काफी इम्प्रेस हो गए थे क्योंकि बिना पावर्स के इतनी दमदार फाइट उन्होंने सिर्फ मूवीज में ही देखीं थी।
“अरे वाह बेटे! तू तो बहुत ही बढ़िया फाइटर है यार, बिल्कुल फिल्मों के हीरो की तरह” मैथ्यू ने सीधे ही सृजल कि तारीफ करी जिस पर सृजल सिर्फ मुस्कुरा दिया। जॉर्ज भी कुछ कहना चाहता था पर फिर किसी बात पर मुस्कुराते हुए कारलोस के पास जाकर खड़ा हो गया। बोरिस भी जल्दी से अपने इंसानी रूप में आ गया
“तेरे मुँह पर.....” सृजल ने अपने मुँह पर हाथ लगते हुए बोरिस को कहा “मुँह पर खून लगा हुआ है, ये ले पौंछ ले”
सृजल ने पास ही रखा हुआ लैब कोट उठा कर उसे दे दिया, बोरिस ने अपना खून भर मुँह पोंछा और गहरी-गहरी सांसें लेने लगा।
“हम इस रास्ते से नहीं जा सकते, बाहर वो रोबोट खड़े होंगे” कारलोस ने आस-पास नजर मरते हुए देख की कोई जिंदा तो नहीं बच गया है? “इस पाइप लाइन से सीधे दरवाजे के पास पहुंचते है और वहाँ से बाहर निकलते ही इस जगह को उड़ा देंगे”
कारलोस की बात सही थी पर फिर भी सृजल एक बार के लिए ओबर को देखने के लिए चला गया। उसे भरोसा करना मुश्किल था कि ओबर जैसा ताकतवर और कमीना आदमी इतनी जल्दी मर जाये। वो उसके पास गया ही था कि
“चन्नsssssssssss........” इस अजीब आवाज के आते ही सभी सतर्क हो गए, वो आवाज उन चारों दरवाजों की तरफ से आ रही थी।
“यह किस तरह की आवाज है?” जॉर्ज ने पूछा और अचानक ही उन सभी को बिना किसी के जवाब दिए ही जवाब मिल गया। दरवाजे की तरफ से उन्हें चिंगारी और एक लाल रंग की लाइट आती हुई दिखी जो कि दरवाजे को काट रही थी। और यह काम तो एक ही चीज कर सकती थी
“अरे नहीं, इनके पास लेजर भी है!” सृजल ने मुँह बनाते हुए कहा “ चलो यार अब क्या उन रोबोट्स से लड़ने का इरादा है क्या?”
सृजल की बात सुनते ही सभी पाइप लाइन के जरिये बाहर की तरफ भागने लगे। वे नहीं जानते थे कि वो रोबोट्स कितने ताकतवर है?
रेड ऑक्टोपस के बेस पर मौजूद रोबोट्स का काल्पनिक
चित्रण
अगर वो लेजर का उपयोग कर सकते है तो उन से दूर रहना ही ठीक होगा अभी कुछ ही देर में वो बाहर के दरवाजे की ओर पहुंचने वाले थे कि इसी बीच सभी को एक कॉल आया जो कि उनके EM ग्लोव के द्वारा जुड़ा हुआ था।
“यूनिट 1 से ‘रेड क्वीन’ बात कर रहीं हूँ” यह आवाज एलेनोरा की थी जो सभी पहले ही पहचान गए थे “यूनिट 3 की टीम कारलोस के लिए संदेश है कि वो यहाँ ब्रूकलिन ब्रिज पर जल्दी से पहुंचे, यहां पर हालात बिगड़ते ही जा रहे है। दुश्मन की संख्या बहुत ही ज्यादा है, हमें कारलोस की टीम की सख्त जरूरत है और.........और सृजल भी जल्दी आ जाये तो अच्छा रहेगा!” सृजल का नाम लेते हुए एलेनोरा की आवाज थोड़ी लड़खड़ाई हुई लग रही थी जी वो काफी चिंता में हो
“यूनिट 3 जल्दी ही ब्रूकलिन ब्रिज की ओर निकल रही है! ओवर” कारलोस ने जवाब देकर कॉल काट दिया। सभी के चेहरे पर थोड़ी सी परेशानी झलक रही थी क्योंकि ब्रूकलिन ब्रिज पर हालात बिगड़ रहे थे। जब वो उस कंप्यूटर वाली जगह पर पहुंचे जहां से उन्होंने पूरा मैप देखा था तो उनके कदम और भी तेज हो गए। वहाँ पर कोई भी नहीं था, शायद सभी लोग उस जगह पर बाहर दरवाजे के पास इकट्ठे हो गए थे जहां पर से अभी-अभी ये सभी लोग भाग कर आये हुए थे। वो खुली हुई सी लिफ्ट अभी भी वहाँ पर थी जिस पर सभी जल्दी के चढ़ गए और लिफ्ट चालू की
“चलो बाल-बाल बचे, वरना उन रोबोट्स का सामना भला कौन करता?” मैथ्यू के साथ सभी ने चेन की सांस, लिफ्ट ऊपर जा चुकी थी;
“अब हम जल्दी से ब्रूकलिन ब्रिज चलते है, पता नहीं वहां! आsssss”
सृजल बेचारे की बात पूरी ही नहीं हो पाई थी कि भागते हुए ओबर उनकी लिफ्ट के पास पहुंच गया और सृजल को पैर से पकड़ कर नीचे खींच लिया। सब कुछ इतनी जल्दी में हुआ कि वो लोग सृजल को बचा नहीं पाए और लिफ्ट ऊपर चली गयी। सृजल बहुत ही जोर से फर्श पर जा कर गिरा था इसलिए वो अभी भी फर्श से उठ नहीं पाया था। ओबर ने जल्दी से पास लिफ्ट के पास लगे बॉयोमेट्रिक लॉक में अपना अंगूठा लगाया और पूरी जगह को लॉक कर दिया!
“क्या बात है बहुत जल्दी में लग रहा है?..........बाहर कुछ हो रहा है क्या?” ओबर ने सृजल के पास खड़े होकर कहा, सृजल अचानक से गिरने के कारण अभी उठा नहीं था और उसे देख कर ऐसा लग रहा था जैसे उसके सर में कहीं पर चोट लग गयी हो। वो अपना सर पकड़े हुए था।
उसे इस हालत में देख कर ओबर ने अपनी लात पहले ऊपर अपने सर की तरफ ले गया और फिर........ “धम्मssssssss.....” उसने सृजल की छाती में लात मारनी चाही पर सृजल तुरंत ही लुढकते हुए वहाँ से हट कर पीछे की ओर चला गया। ओबर ने जो इमरजेंसी लिवर खींच था उसने हर रास्ते को साल कर दिया था, ठीक वैसे ही दरवाजों से जैसे दरवाजे मैन रूम (main room) के थे।
सृजल फाटक से उठ कर खड़ा हो गया और अपने कान में लगे वायरलेस बड के जरिये कारलोस को कहा “तुम लोग निकल जाओ! मैं जरा कुछ पुराना हिसाब क्लियर(Clear) करके आता हूँ।”
(ठीक है पर जल्दी आना वरना एलेन जान निकाल लेगी हमारी) कारलोस ने जवाब दिया और कॉल काट दी।
“ओह, तो मेरा पुराना उधार चुकाने आये हो क्या?” ओबर ने अपनी काली सी हंसी के जरिये सृजल को डराना चाहा “पर मुझे हराओगे कैसे? न आज तक तू मुझे हरा पाया है और न ही एलेनोरा, तो फिर आज क्या बदल जायेगा?”
“अब अपनी बकवास बंद कर साले!” सृजल ने अपना शरीर ढीला से किया और अपना फाइटिंग स्टेन्स (Fighting stance) ले लिया “अब जो भी बात होगी वो मेरे मुक्के से कर लेना” सृजल की भी पूरी वाइव (Vive) ही बदल गयी थी। ऐसे सरल दिखने वाला सृजल जब गंभीर होता है तो ऐसा लगता है जैसे सामने कोई इंसान नहीं बल्कि एक मॉन्स्टर है।
पहला वार भी यहां पर सृजल ने ही किया, अपने पैरों से सीधा मूवमेंट बनाता है बहुत ही जल्दी ओबर के करीब पहुंच गया जिस से ओबर के होश उड़ गए। सृजल का राइट पंच ओबर के चेहरे से जा टकराया
“पट्ट!sssssss” पर जहां पर सृजल एक मॉन्स्टर था तो वहीं पर ओबर एक शिकारी। उसने इतने पास से भी सृजल का पंच अपने मुंह के सामने हाथ से रोक लिया और एक जोरदार फ्रंट किक(Front kick) सृजल के पेट में दे कर उसे दूर फेंक दिया।
“ये तेरे घटिया से सरप्राइज अटैक अब मुझ प sssssssss! धाड़...........!” ओबर को अच्छे से याद था कि उसने सृजल को लात मारकर करीब 15 मीटर दूर फेंका था, पर सृजल ने उसे उसकी बात पूरी होने से पहले ही उसे मुक्का मार कर कुछ दूर गिरा दिया। ओबर घबरा गया क्योंकि सृजल इस तरह अचानक से इतनी दूरी कैसे तय कर सकता था?
“कहा था ना अपनी बकवास बंद कर” सृजल की आवाज में एक गुस्सा सा था। ओबर जल्दी से उठ गया, उसकी नाक से खून निकल रहा था। और इस बार..........पहला ओबर ने हमले की शुरुआत की। दोनों ही क्लोज़ कॉम्बैट(Close Combat) में एक्सपर्ट थे इसलिए बहुत पास में लात और घूंसों का आवागमन शुरू हो गया। दोनों ही बहुत अच्छे से ब्लॉक और अटैक कर रहे थे पर अभी इस वक्त....ओबर भारी पड़ने लगा था। सृजल को ओबर के कुछ 2 पंच ही लगे थे और उसे महसूस हो गया था कि हर बार से कहीं ज्यादा वज़न इस बार ओबर के हमलों में था जिस कारण सृजल को परेशानी हो रही थी। सृजल ने दूरी बढ़ाने के लिए पीछे जाने की कोशिश की और.........यहीं तो ओबर चाहता था!
ओबर ने आगे बढ़ कर पूरी ताकत के साथ सृजल के दिल की ओर अपना मुक्का दे मारा, जिसका वेग सृजल को मारने से पहले ही हवा के दबाने के जरिये पता चल गया था और इससे बचना पॉसिबल(Possible) नहीं था...................ऐसा ओबर को लगा था
सृजल ने पहले ही भांप लिया था कि पीछे जाने पर ओबर उसे मारने का यह मौका छोड़ेगा नहीं इसलिए सृजल जानबूझकर पीछे गया था। उस ने ओबर का वहीं हाथ अपने बाएं हाथ से पकड़ कर थोड़ा सा पीछे खींचा जिस से ओबर का संतुलन कुछ बिगड़ गया, जितना सृजल को चाहिए था। फिर सृजल ने खुद को झुकाते हुए अपनी दाईं कोहनी ओबर के बाएं कंधे में इतनी फुर्ती से दे मारी कि ओबर का चेहरा भीषण दर्द में भर गया और
“धाड़ssssssss..............” अगले ही पल अपनी खून टपकाती हुई कोहनी लेकर सृजल दूर जाकर उस धातु के दरवाजे से इतनी जोर से टकराया जैसे किसी ट्रक ने टक्कर मार दी हो। उसके मुंह से खून उछाल पड़ा और उसी दरवाजे से टिक कर सृजल जमीन पर गिर गया। सृजल को यकीन नहीं हो रहा था कि आखिर यह हो कैसे गया? उसे पूरा यकीन था कि उसकी कोहनी ने ओबर के कंधे पर हमला किया था तो फिर सृजल को उसने कैसे मारा?
“अरे यार! ये तो मैंने फाइनल के लिए बचा कर रखा था सोचा नहीं था कि इसे अभी इस्तेमाल करना पड़ जायेगा” सृजल ने अपनी ने अपनी बेहोश सी होती आंखों से देखा..............सामने ओबर का हाथ इंसानी नहीं था बल्कि मशीनी था जिस में कुछ नीली सी रोशनी निकल रही थी। ओबर तो वैसे ही इतना ताकतवर था तो अब इन मशीनी हाथों से न जाने वो कितना ताकतवर हो गया था। ऊपर से सृजल की हालत एक ही मुक्के में खराब हो गयी थी, और ओबर के कदम खूनी आहट के साथ उसकी ओर बढ़ रहे थे.......
