थैंक यू मैडम
थैंक यू मैडम


कक्षा चतुर्थ की वह लड़की लगातार रोए जा रही थी अन्ततः उस के रिक्शे वाले ने उसे प्रिसिपल मैम के सामने प्रस्तुत कर दिया। कुण्डरी रकाबगंज मान्टेसरी स्कूल लखनऊ की प्रिसिपल के प्यार से पूछने पर उस लड़की ने किस्सा बताया - आज शोर मचाने पर सारी कक्षा को मुंह पर ऊंगली रख कर खडे होने की सजा मिली ' नियम पालन में दृढ वह ' पूरी देर बिना हिले डुले खडी रही जबकि बच्चे फिर शोर करने लगे थे.कक्षाध्यापिका ने सबकों डांटते हुए उसकी तारीफ करते हुए कहा ' -" इसे देखो . कैसे ये अशोक की लाट की तरह खडी है ।"
अब ' छुटटी होने पर सारे बच्चे उसे अशोक की लाट . कह कर चिढा रहे थे।
प्रिंसिपल मैम ने प्यार से पूछा "क्या तुम्हें अशोक की लाट के बारे में पता है?" हां ' मैंने टैस्ट में याद किया था . अशोक चिह्न में चार शेर शक्ति , साहस , आत्म विश्वास और गर्व का प्रतिनिधित्व करते हैं।"
मैम ने प्यार से उस लड़की को गोद में बैठाया और कहा - "इसका मतलब अशोक की लाट अर्थात तुम भी शक्ति साहस आत्मविश्वास और गर्व का प्रति नि धि त्व करती हो ' इसमें रोने की क्या बात थी"?जब आप सच्चे होते हो तो साहस आत्म विश्वास अपने आप आ जाता है ' तुम जैसी शिष्या हमारे विद्यालय का गर्व है ' ठीक ' जीवन में सबको अपनी साहसी मुस्कान से पराजित करो ये लो तुम्हारा ईनाम" दो टॉफी देकर मैम ने बोला ।
डरते ' रोते हुए जिस लड़की ने ऑफिस में प्रवेश किया था . उसने आत्मविश्वास और साहस के साथ मुस्कराते हुए सभी बच्चो को टॉफी दिखाकर धन्यवाद बोला और रिक्शे में चढ़ गयी ।
धन्यवाद मैम , आपकी सीख आज भी मेरे हृदय पटल पर अंकित है। आपने जो साहस जगाया वो चालिस साल बाद भी बरकरार है आज मैं रोती नहीं हूँ . सत्य की शक्ति को महसूस कर जवाब मुस्कराते हुए देती हूं ।।