स्वच्छ भारत
स्वच्छ भारत
सुबह की कड़कती चाय की चुस्की के साथ अखबार संभाला, प्रथम पृष्ठ पूरा स्वच्छ भारत मिशन की तारीफ से खचाखच भरा था। वैसे भी आजकल नेताजी लोग छोटे से काम को बढ़ा चढ़ा कर दिखाते हैं। पढ़ते-पढ़ते आंखें चकराने लगी, नीचे कोने में लिखा था कि ’मंत्री जी आज संबलपुर आ रहें हैं स्वच्छ भारत मिशन के लिए।’
हम पहुंच गए संबलपुर और देखा काफी भीड़ इकट्ठी थी।मंच अच्छी तरह से सजाया गया था। मंत्री जी धांय धांय भाषण दे रहे थे, थोड़ी देर बाद गाड़ी से रवाना हुए और पान खाकर दीवार पर लाल लकीरें खींचते चले। मित्र चिल्लाया "स्वच्छ भारत" दीवार पर लाल लकीरों के साथ नीचे गिर रहा है।
