किसान आंदोलन
किसान आंदोलन
तालियां ( गड़ गड़ गड़ )मंच सजा हुआ मंत्री जी लड़खड़ाये। तालियां बजी कौतूहल के साथ....( गड़........) माइक थपथपाया....और बोले - हैलो!
तालियां शुरू....मंत्री जी धीरे से मुस्काए,
बोले- माइक अच्छा है, कौन सी कंपनी है?
कालू (p.o)- सर! रिलायंस
मंत्री जी -अपनी ही है वाह!
( सम्बोधन.....) सभी किसान भाइयों! मैं सीधे मुद्दे पर आता हूं। आपका आंदोलन जायज है। हक की मांगे तो पूरी की जानी चाहिए,
तालियां बजी...( गड़ गड़....... )
मैं आप सभी से सरकार की ओर से माफी चाहता हूं....न्याय जरूर मिलेगा आपको आप अन्नदाता है। बोलो किसान भाइयों की जय
ओ कालू! बोलो जय
जय जय जय जय जय अन्नदाता की जय जय जय जय जय........भारत माता की जय जय जय.............
तभी मंत्री जी- धीरे से चुनाव के लिए इतना काफी है जय घोष के साथ...तालियां बज रही थी।
हैलो... हैलो हम हक की मांग जरूर करेंगे लड़ेंगे.... लड़ते रहेंगे।
जय हिन्द!
मंत्री जी मंच से उतरे, फिर से लड़खड़ाये तालियां बजी .......( ठहाके के साथ ) मांगे बिखर गई, हक लटक रहे थे, अभी माइक से!!
