सतरंगी
सतरंगी
जाएगा।
पन्द्रह दिन और बीत गए । कोई आराम नहीं हुआ।
की सारी जांच करवाने का फैसला किया।
दो दिन लगे इस लैब से उस लैब दौड़ धूप कर जांच करवाने में।
भी ठीक नहीं है। मैं आपको भेज दे रहा हूं आप खुद ही देख लीजिएगा। "
माधव ने डॉक्टर से कहा कि, "भाभी को ना पता चले । आप इस बात को ध्यान रखिएगा। भैया से से अकेले में रिपोर्ट के बारे में बात करिएगा। प्लीज डॉक्टर....।"
"ओके डॉक्टर माधव कोई बात नहीं मैं इस बात को खयाल रक्खूंगा कि आपकी भाभी को पता ना चले ,रिपोर्ट के बारे में।"
अपनी हिम्मत हार देता है। फिर दवा या कोई भी ट्रीटमेंट अपना असर नहीं दिखा पाता। इस लिए जब तक हो सके आप मैडम को इस बारे में ना ही बताए तो अच्छा होगा। मैं आपको किमो के पहले होने वाले सारे टेस्ट के लिए लिख देता हूं । कल आप मैडम को लेकर आ जाइएगा। मैं सारे इंतजाम करवा दूंगा।"
जाने लगा।
"सर हौसला रखिए आपको मैडम को भी संभलना है।" जाते हुए डॉक्टर ने कहा।
"हां"देर कर दी ..... । क्या कहा डॉक्टर ने? "
"कुछ नहीं बस कल बुलाया है , कुछ टेस्ट करवाने है।" कृष्ण बोला।
"तो कर गई । इस कारण कुक ने उनके पहुंचने पर खाना लगा दिया। से खाया ना गया। पर वो बैठा रहा ठीक से खा ले।
दूसरे दिन सुबह दस बजे से ही टेस्टों का दौर चल पड़ा कभी ये टेस्ट तो कभी वो टेस्ट। शोभा समझ नहीं पा रही थी कि आखिर उसे ऐसा क्या ही गया है जो इतने टेस्ट करवाए जा रहे है ! कई टेस्ट ऐसे थे जो काफी दर्द देते थे। उनके बाद शोभा बेहाल हो जाती।
किमो शुरू हो गया । माधव की वजह से सारे डॉक्टर दिन पर दिन बिगड़ती जा रही थी। अब वो बस अपने नित्य कर्म ही कर पाती । उसमें भी हाफने लगती।
"
"। ने उसे घर लेकर आने को कहा।
गाने गाएगी । ज्यादा तो नहीं पर एक गीत गाकर उसने मन की मुराद पूरी कर ली थी। उस बीमारी की हालत में भी जिसने भी उसके गाने को सुना बिना प्रशंसा के नहीं रह पाया।
, वो
मन के बसंत का कैसे होगा अंत,
जब है तू हर पल मेरे संग।
ना देखे तुझे भले ही ये जहां
पर मै तो देखूं तुझे हर पल
कभी यहां ...... कभी वहां ......❤️