संतुलन
संतुलन


"प्रभु, युद्ध और शांति में से आप किसे प्रमुखता देते हैं? "शिष्य ने गुरू से पूछा
गुरु ने उसे एक तस्वीर दिखाई -"ये है सृष्टि का सन्तुलन । इसमें एक नुकीली शिला पर एक पटरा टिका हुआ है। जिसके एक तरफ हथियारबन्द व्यक्ति है तो दूसरी तरफ अपनी लेखनी के साथ मौजूद एक स्त्री। ये दर्शा रहा है कि किस तरह दोनों का ही अस्तित्व एक दूसरे पर निर्भर है।सच है दुनियाँ में बहुत लड़ाई झगड़ा है। बहुत से लोग हैं जिनके हाथों में हथियार हैं।
पर दूसरी ओर ऐसे लोगों की कमी भी नहीं है जो हथिया
र नहीं कलम उठाते हैं। दुनियाँ में सन्तुलन तब तक है जब तक ये दोनों ही अस्तित्व में हैं। किसी ने कहा है - युद्ध की तैयारी शांति कायम रखने का पहला कदम है। और सच यह भी है - कलम के सहारे बड़ी से बड़ी लड़ाई जीती जा सकती है।
जिस दिन हथियारबन्द लोग लेखनी की हत्या कर देंगे, मानवता खत्म हो जायेगी पर ऐसा होगा नहीं क्योंकि उसके बाद उनका खुद का अस्तित्व भी खतरे में पड़ जायेगा।"
शिष्य को बात समझ आ गयी थी । गुरू फिर से ध्यानमग्न हो गये।