स्नोवी खो गया
स्नोवी खो गया
सभी जानते हैं कि स्नोवी जासूस टिनटिन का प्यार कुत्ता है। और कहते हैं न यथा स्वामी तथा सेवक, इसी कारण स्नोवी में भी जासूसी का कीड़ा घुसा हुआ था। स्नोवी हमेशा ही टिनटिन को केस सॉल्व करने में मदद करता था।
अभी हाल में ही स्नोवी खो गया। टिनटिन अपने कुत्ते से बहुत प्यार करता था । टिनटिन पता लगाना चाहता था कि आखिर कहाँ गया स्नोवी। वैसे तो स्नोवी के गाले के पट्टे में ट्रैकर लगा था। ट्रैकिंग करने पर पता चला कि पास के एक जंगल में उसका लोकेशन है।
टिनटिन हैरान था कि आखिर स्नोवी वहां कैसे गया होगा। हुआ कुछ यूं था कि शहर में कुत्ता पकड़ने वाला गिरोह सक्रिय था। जब टिनटिन के घर के पास के तीन- चार कुत्तों को पकड़ा गया था तो स्नोवी ने उन चिल्लाते कुत्तों को सुना तो घर के बाहर आ गया। तभी उन लोगों ने स्नोवी को पकड़ लिया। अब स्नोवी को भी समझ आ गया था कि अगर उन लोगों के चंगुल से बचना है तो उसे ही कुछ करना होगा।
गिरोह के लोग जब कुत्तों को जंगल के रास्ते पैदल ही पास के नदी के किनारे ले जा रहे थे, स्नोवी ने अपने पंजे से ट्रैकर को खोल कर गिरा दिया ताकि टिनटिन उसका पता लगा ले।
अब टिनटिन जैसे ही जंगल पहुंचा देखा कि नाव नदी के किनारे लगी है। टिनटिन जान गया था कि हो न हो स्नोवी उसी नाव पर है। जब टिनटिन नाव के पास पहुँचा गुंडों ने हमला कर दिया। टिनटिन ने गुंडों से मुकाबला करते हुए सारे कुत्तों को आजाद करा दिया। उन कुत्तों ने गुंडों को काट लिया।
अब टिनटिन के बांहों में स्नोवी था, जो अपने जीभ से टिनटिन के हाथों को चाट रहा था।