श्री शीतल प्रसाद जी और श्रीमती चारु शीला जी भारत के गुमनाम नायक
श्री शीतल प्रसाद जी और श्रीमती चारु शीला जी भारत के गुमनाम नायक
श्री शीतल प्रसाद जी
और
श्रीमती चारु शीला जी
भारत के गुमनाम नायक / Unsung Hero of India
श्री शीतल प्रसाद जी का जन्म 2 अक्टूबर 1906 को किला परीक्षित गढ़, जिला मेरठ, राज्य उत्तर प्रदेश, में पिता लाला शिव प्रसाद एवम माता मूलो देवी के घर एक वैश्य परिवार में हुआ था ।
उनकी एक बहिन Smt. Devika (Devo) जी और एक भाई श्री भगवती प्रसाद जी थे, और भतीजे श्री विशेश्वर प्रसाद जी थे ।
शीतल प्रसाद जी की प्रारम्भिक शिक्षा किला परीक्षित गढ़ में ही हुई ।
एंट्रेंस तक देव नागरी इन्टर कालेज मेरठ में पढ़े । किला परीक्षित गढ़ से कई लड़के पैदल ही मेरठ आते जाते थे, लगभग 14 किलोमीटर ।
उच्च शिक्षा हेतु वे इलाहाबाद गए और इलाहाबाद विश्व विद्यालय (Allahabad University) से B.Sc. एवम M.Sc. किया ।
M.Sc. करने के बाद मेरठ कालेज में नौकरी प्रारम्भ की और 1950 तक वहीं रहे । मेरठ कालेज में पढ़ाने के साथ - साथ स्वत्रंता आंदोलन का काम भी करते रहे ।
1932 में कुमारी चारु शीला जी से विवाह हुआ । चारु शीला जी का पूरा परिवार भी राष्ट्रीय विचारों वाला था, स्वतंत्रता आंदोलन से गहराई से जुड़ा हुआ था और गांधी जी का अनुयायी था । विवाह पूर्ण रूप से गांधी जी द्वारा प्रदत्त विधि एवम सिद्धांतो के अनुसार हुआ था । न बैंड बाजा, न बारात, साथ में केवल 5 व्यक्ति । दहेज के नाम पर 5 धोतियां, एक चरखा और गीता दिए गए थे ।
1932 में एक वर्ष की जेल यात्रा भी की । इसी बीच पिता जी का निधन हो गया ।
विवाह के बाद परिवार की जिम्मेदारी के कारण, वे सक्रिय आंदोलन छोड़ कर भूमि - गत आंदोलन से जुड़ गए । पत्नी सक्रिय रूप से भाग लेती रहीं, वे सहायक की भूमिका में रहे ।
आपके 6 सन्तान हुई :
1. कुमारी सुधांशु बाला (जो अब 90 वर्ष की आयु में दिल्ली में रहती हैं)
2. श्री हर्ष कुमार [आपकी शादी कुमारी मालती गुप्ता (गर्ग) जी से हुई, Daughter of Rameshwar Das Garg and Sarla Garg]
3. कुमारी हिमांशु बाला (जो अब 80 वर्ष की आयु में आई.आई.टी., कानपुर में अपने पुत्र के पास रहती हैं)
4. श्री विनय कुमार (आप की धर्म पत्नी श्रीमती वीना जी अब 77 वर्ष की आयु में मेरठ छोड़ कर बम्बई में रहती हैं)
Shri Vinay Kumar
Also Known As: "Munna"
Birthdate: February 17, 1940
Birthplace: Uttar Pradesh, India
Death: February 03, 1998 (57)
Meerut, Uttar Pradesh, India (Lung Cancer)
Place of Burial: Muzaffar Nagar, Uttar Pradesh, India
5. श्री पवन कुमार Dr. Pawan Kumar (BDS)
Also Known As: "Kakku"
Birthdate: February 19, 1942
Birthplace: Meerut, U.P., India
Death: September 02, 2009 (67)
Agra, U.P., India (Due to illness)
Place of Burial: Agra, U.P., India
Husband of Dr. Shruti (Vijay) Kumar
Dr. Shruti (Vijay) Kumar | |
Birthdate: | February 05, 1946 |
Death: | August 22, 2005 (59) |
Immediate Family: | Daughter of Madan Gopal Gupta and Kamla Gupta Wife of Dr. Pawan Kumar |
6. कुमारी विभानशु बाला (आप की शादी श्री गोयल, Electronic Engineer से हुई जो USA में काम करते थे) ।
1942 में अंग्रेजो भारत छोड़ो आंदोलन में श्रीमती चारु शीला जी जेल गई । साथ में केवल छोटे बालक को ले गई । 4 बच्चे घर पर ही रहे, उन्हें सम्हालने में वे दादी जी के सहयोगी रहे । श्रीमती चारु शीला जी बच्चे के साथ दो माह जेल में रही ।
1947 में स्वतंत्रता प्राप्ति के उपरांत गांधी जी के निर्देशानुसार कांग्रेस पार्टी छोड़ दी और राजनीति की ओर रुख नहीं किया, जबकि काँग्रेस के सभी बड़े नेता, खासकर उत्तर प्रदेश के, जैसे कि श्री गोविन्द बल्लभ पन्त जी, श्री चन्द्र भान गुप्ता जी (C. B. Gupta), श्रीमती सुचेता कृपलानी जी, श्री कैलाश प्रकाश जी से घरेलू सम्बन्ध हो गए थे ।
आप स्वयं भी बहुत दुरुनदेशी / दुरदृष्टा थे, जानते थे कि आने वाले समय में राजनीति में Money Power (भ्रष्टाचार) और Muscle Power (गुंडई) बहुत बढ़ जाएगी ।
Professor शीतल प्रसाद जी 1950 में D.A.V. College, मुजफ्फरनगर में Principal हो कर चले गए । D.A.V. College केवल विज्ञान के लिए मान्य था । अतः कॉलेज के लिए अच्छी इमारत, प्रयोगशालाओं और शिक्षकों की आवश्यकता थी, जबकि प्रबन्धन ने कुछ टिन शेड वाले कमरे और रिक्त बैंक खाता दिया था । श्री शीतल प्रसाद जी ने अपने परिचय और अथक परिश्रम द्वारा एक शानदार इमारत और विकसित प्रयोगशालाएं निर्मित की । योग्य शिक्षकों की नियुक्ति की और D.A.V. College को एक गुणात्मक रूप से मान्य कॉलेज के रूप में विकसित किया । कॉलेज की प्रतिष्ठा अनुशासित संस्था के रूप में भी रही ।
1969 में अवकाश प्राप्ति के बाद आगरा विश्व विद्यालय (Agra University) के Vice Chancellor (V.C.) (कुलपति) बने । अपनी तीन वर्ष की कार्यावधि में विश्व विद्यालय को गुणात्मक एवम अनुशासनात्मक रूप से सुधारा एवम संवारा, इसी वजह से आप के समय में बहुत से डिग्री कॉलेजों ने Agra University से संबद्धता (Affiliation) प्राप्त की ।
19 जून 1987 को श्री शीतल प्रसाद जी ने इहलोक से प्रस्थान किया ।
23 जनवरी 2011 को 94 + वर्ष की आयु में श्रीमती चारु शीला जी का निधन बम्बई में हुआ ।
Charu Sheela
Birthdate: March 12, 1916
Daughter of prof. KRISHNA CHANDRA and Shanti Devi
Sister of Vijay Sheela
Even in death, 95-year-old freedom fighter serves society Hindustan Times, Mumbai, 15.02.2011 Neither did she make it to any history book, nor was she felicitated with any award. But in a life spanning 95 years, Ghansoli-based freedom fighter, Charusheela, scripted an inspiring story of courage and conviction. Charusheela died on January 23, 2011 but last July she signed a will, asserting to donate her body for medical research at MGM Hospital in Kalamboli. "She is, by far, the oldest patients to have voluntarily donated her body for medical research and dissection to our hospital," said Dr Dashrath Haribhau Pimple, assistant professor, anatomy department, MGM Hospital, Kalamboli. "Her deed will help our students learn about old age-related abnormalities, which were so far taught only theoretically," claimed Pimple.
Recounting Charusheela's contribution to the freedom movement, Akanksha Gupta, 26, her youngest granddaughter, said, "At the age of four, dadi attended her first ever All India Congress meeting in 1920, which marked the beginning of her fight for independence." She added that Charusheela was closely associated with Mahatma Gandhi and his ideologies. "Dadi told us about how as a rebellious teenager, she discarded her 'foreign frock' into the bonfire to support the 'swadeshi movement', moving Gandhiji, who covered her with his shawl," recounted Gupta.
Post-independence, Charusheela became a Congress MLA from Muzaffarnagar in Uttar Pradesh.
Garima Bansal, 41, who attended to Charusheela in her last days said, "She never used her surname and only added the prefix 'Srimati', after she married professor Sheetal Prasad because she condemned patriarchy," she added.
With age, Charusheela's health deteriorated. "In 2006, she suffered a paralytic stroke, and was bedridden for a month. But in no time, she started taking baby steps, abandoning the wheelchair," claimed Bansal.
श्री शीतल प्रसाद जी कभी भी उन्नति की अंधी दौड़ में शामिल नहीं हुए । जहां भी रहे, अपनी प्रतिबद्धता, निष्ठा और कार्य-कुशलता की अमिट छाप छोड़ी । उनकी ईमानदारी के तो किस्से बन गए थे । D.A.V. College की इतनी बड़ी इमारत बनवाई किन्तु अपने लिए एक घर भी नहीं बनवा सके । D.A.V. College और आगरा विश्व विद्यालय की आर्थिक स्थिति सुधार दी, किन्तु स्वयं खाली बैंक खाता छोड़ गए । वे कहा करते थे कि " मैने जीवन में एक ही कमाई की है और वह है निश्चिंतता की नींद ।"
इस संक्षिप्त लेख की लेखिका श्री शीतल प्रसाद जी की पुत्री 80 वर्षीय श्रीमती हिमांशु बाला जी हैं ।
श्री शीतल प्रसाद जी, श्रीमती चारु शीला जी और उनके परिवार और आने वाली सभी पीढ़ियों को सादर नमन ।
इस लेख के बारे में :
" Atul Kumar Agarwal (बिल्लू) के पापा श्री राजेन्द्र कुमार अग्रवाल और सभी चाचा डी.ए.वी. कॉलेज में पढ़े जब श्री शीतल प्रसाद जी प्रधानाचार्य थे । पापा अपनी बातों में अक्सर उनका जिक्र करते थे ।
अतुल के मन्नी (Manni) (Shri Ashok Kumar Agarwal) चाचा जी ने श्री शीतल प्रसाद जी पर लेख लिखने का सुझाव दिया ।
मुजफ्फरनगर के पोस्ट मास्टर साहब श्री राम चन्द्र गोयल जी के पुत्र श्री जितेंद्र प्रकाश गोयल जी (जो 46 साल अमेरिका में रहने के बाद वर्ष 2014 में भारत वापस आ गए और अब गुड़गाँव में रहते हैं) ने भी सुझाव की पुष्टि की और श्री शीतल प्रसाद जी के परिवार के बारे में निम्न जानकारी दी :
" Not much remember / know about Sri Sheetal Prasad ji.
His wife's name was Charu Sheila.
Have / had three sons and three daughters.
Sons:
Shri Harsh Ji married to Miss Malti Ji and he worked in ONGC. Malti is now no more.
Vinay the middle son.
Youngest son Pawan, did his BDS from Lucknow, practiced in Agra at one time. I don't know the latest about him.
I know about one of the daughters Vibha, who did her B.Sc. and was married to Shri Goyal in USA. Shri was an electronic engineer.
Shri Sheetal Prasad went on to become V.C. of Agra University."
अतुल को Google और Wikipedia पर भी श्री शीतल प्रसाद जी के बारे में कुछ ज्यादा जानकारी नही मिली ।
तो अतुल ने अपने स्कूल बिरला विद्या मंदिर, नैनिताल के old boys (Alumni) WhatsApp group में पूछा । बम्बई निवासी भाई श्री प्रणव कांत मांगलिक ने भाई श्री प्रशान्त गर्ग (जो की श्री शीतल प्रसाद जी के भतीजे श्री विशेश्वर प्रसाद जी का grandson है और पूना में कार्यरत है) का नम्बर दिया जिसने तीन दादियों यानिकि श्री शीतल प्रसाद जी की दो पुत्रियों श्रीमती सुधानशु बाला व हिमांशु बाला और एक पुत्रवधू श्रीमती वीना जी के मोबाईल नम्बर दिये ।
श्रीमती सुधानशु बाला और श्रीमती वीना जी से बात हुई तो वीणा के तार झंकृत हो उठे । श्रीमती वीना जी के मानस पटल पर बहुत पुरानी स्मृतियां ऊकर उठी और वो बोलती गई और श्रीमती हिमांशु बाला की लेखनी लिपिबद्ध करती गई । सभी सहभागियों और तीनों दादियो को धन्यवाद और नमन ।
परिवार जनों की फोटो Google पर किसी के द्वारा बनाए गए GENi family tree से ली https://www.geni.com/people/Sheetal-Prasad/6000000000605570416
