शातिर
शातिर
कहानी की शुरुआत 1984 में होती है। जब एक नौजवान देव अपने मालिक मि मल्होत्रा को मारकर उनकी सारी जायदाद का हकदार बन जाता है। जबकि मि. मल्होत्रा का 6 साल का पोता रास्ते पर आ जाता है। 38 साल गुजर जाते है और 2022 में एक दूसरी कहानी जन्म लेती है।
रिया एक लेखिका है, जो Reality से जुड़ी कहानियाँ लिखती है। रिया की शादी Lawyer शक्ति से हुई है और वह अपनी शादीशुदा जिंदगी से खुश है। हर साल की तरह इस साल भी रिया की कहानी को Best Fictional Story का एवार्ड मिलता है। जहाँ अवाम् से मुखातिब होने पर उसे उसके प्रशंसकों से पता चलता है कि उसकी कहानियाँ वास्तविकता से जुड़ी होने के बावजूद Routine होती है, उनमें कोई Thrill/ Twist नहीं होता है। अवाम् और Media की कही बात रिया के वजूद को इतना झकझोर देती है कि वह Thrill और Twist भरी कहानी लिखने का फैसला करती है पर कहानी को जीये बिना कैसे लिखे? इस सोच में पड़कर Mind Fresh करने के लिये शक्ति के साथ खंडाला के एक नामी Resort में आ पहुंचती है। जहां शहर के मशहूर Buisness Tycoon मिरॉय के Birthday Party का Invitation उसे मिलता है। Party में मिरॉय की शख्सियत से रिया तो मिरॉय की Bold & Beautiful सेक्रेटरी माया से शक्ति प्रभावित होता है। वह माया ही है, जो School Days से रिया से इर्ष्या करती आयी है। भंवरों के तादाद में रिया के आशिक और हर मामले में उसका अवल रहना ही इसका असल कारण रहा है। माया को यकीन है कि किसी दिन वो रिया को मात देने में कामयाब होगी तभी तो उसकी जलन आज भी बरकरार है।
Party से लौटने के बाद रिया की नई कहानी जन्म लेती है, जो वक्त के चलते रिया की अपनी वास्तविक जिंदगी से मेल खाने लगती है। रिया की कहानी के नायक का Extra Marital Affaire शुरू हो जाता है तो असल जिंदगी में शक्ति का माया के साथ Affaire शुरू हो जाता है। रिया की कहानी जो जैसा मोड़ लेने लगती है, वह शक्ति को बताने लगती है शक्ति, रिया के सामने तो Normal पेश आता है मगर माया के पास आकर React करने लगता है, क्योंकि रिया जो कुछ लिख रही होती है, वहीं सब वो माया के साथ कर रहा होता है। वहीं रिया को मात देने की चाह में माया, शक्ति को अपने प्यार में इस कदर दीवाना बना देती है कि शक्ति, रिया को छोड़कर हमेशा के लिये माया के पास जाने का फैसला करता है। घर आने पर रिया अपनी कहानी के तहत शक्ति को उसके इस तथाकथित Plan के बारे में बताती है और उसी शाम अपना Suitcase उठाकर शक्ति, माया के पास चला जाता है, पीछे रिया कहानी का Interval Point लिखती है "आज नायक नये सिरे से जिंदगी की शुरुआत करने के चलते अपनी प्रेमिका के पास चला जाता है।" कि तभी दरवाज़े पे दस्तक होती है। रिया मुस्कुराकर आगे बढ़ती है और दरवाजा खोलती है तो अपने सामने अधेड़ उम्र के मिरॉय को पाती है, जो रिया से कहते है "चलें?" जवाब में रिया कहती है "हम दोनों की जिंदगी से Inspire होकर जो कहानी में लिख रही थी, उसका Interval हो गया है, चलीयेऽऽ" कहकर मिरॉय के साथ चली जाती है।
मिरॉय अगले ही दिन अपने Lawyer Cum Solicitor मि.सिध्दार्थ को बुलाकर अपनी पुरानी वसीयत बदलकर सारी जायदाद रिया के नाम करने के लिये कहते है। ये बात जब माया को पता चलती है तो वह आग बबूला हो जाती है। उसकी सोच होती है कि रिया को मात देने के लिये उसने उसकी सबसे अनमोल चीज यानी उसके पति शक्ति को उससे छिन लिया है, जबकि रिया ने Multi-Millionaire मि.रॉय को हासिल करके फिर एक बार उसे मात दी है। शक्ति जब माया की उधेड़बुन समझ नहीं पाता तब माया उसे मिरॉय के Weakness का राज बताते हुये कहती है कि अगर मिरॉय को Seductive करके Cocain का स्प्रे दे दिया जाये तो ये Heart Attack से मर सकते है और रिया ने ऐसा कुछ कर दिया तो नि. रॉय के मिल्कियत की मालकिन बनने से उसे कोई नहीं रोक सकता है। उसी रात माया की सोच सही साबित होती है और मिरॉय के मौत की ख़बर दूसरे दिन के अखबार की Headline बन जाती है। जिससे रिया एक बार फिर शहर भर के लोगों के बीच चर्चा का विषय बन जाती है। सारे सबूत, सारी उंगलियों अपने खिलाफ पाकर रिया यह केस मिरॉय के Lawyer Cum Solicitor सिध्दार्थ के हवाले करती है।
अदालत में सिध्दार्थ अपने शब्दों के हेर-फेर से केस को ऐसे मरोड़ता है कि माया शक के दायरे में आ जाती है। ऐसे में माया की पैरवी करते हुये शक्ति सामने आ खड़ा होता है। लेकिन सिध्दार्थ अपनी सूझ बूझ से रिया को बेगुनाह साबित करने में कामयाब होता है। अदालत से बरी होकर जा रही रिया को सिध्दार्थ याद दिलाता है कि उसने अभी तक शक्ति से Divorce नहीं लिया है सो ऐसे हालात में उसे कुछ हो जाता है तो सारी जायदाद का हकदार शक्ति बन जायेगा। रिया सिध्दार्थ का शुक्रिया अदा कर बंगले पे लौटती है, उसका पीछा करते हुये माया भी यहाँ पहुँच जाती है। जहां रिया और शक्ति अपनी जीत का जश्न मना रहे होते है। इससे साफ हो जाता है कि रिया और शक्ति दोनों की मिली भगत का ये Pre-planned Game था, जिस में दोनों ने मोहरे की तरह बस माया का इस्तेमाल किया
था। क्योंकि माया, मिरॉय की Secretary थी सो वह मिरॉय के बारे में सब कुछ जानती थी और रिया को नीचा दिखाने की जुस्तजूं में वह शक्ति को अपने वश में करती ये तय था। बस माया की इसी कमजोरी का फायदा लेकर रिया ने सारी चाल चली थी रिया से फिर एक बार मात खाकर माया लौट जाती है तो मिरॉय की दौलत पाने की खुशी में रिया-शक्ति रोमान्स में खो जाते है। घड़ी में 12 बजने के साथ ही April 1 की शुरुआत होती है, तभी बरामदे में बंधे कुत्ते के रोने की आवाज सुनकर रिया के कहने पर शक्ति कुत्ते को चुप कराने के लिये उसके पास आता है कि एक साया हाथ में खंजर लिए शक्ति को Follow करता है और उसके पीठ पीछे आकर रुक जाता है वैसे शक्ति पलटकर उस साये को, रिया को खत्म कर देने का हुक्म देता है और उसके जाने के बाद जहरिली मुस्कान भर कुत्ते से कहता है "मैं जानता हूँ घटनेवाले हादसों का आभास तुम्हें पहले ही हो जाता है और तुम जान चुके हो कि तुम्हारी मैडम की जिंदगी की ये आखिर रात है और इसलिए तुम रो रहे हो।" तभी अंदर से रिया की चीख सुनाई देती है और स्मित हास्य देकर शक्ति अंदर चला जाता है। जहां रिया के हाथ में खून से सना खंजर और सामने अपने आदमी को मरा पड़ा देखकर यो अवाक रह जाता है। लेकिन अपनी हैरानी छुपाकर रिया को संभालने का नाटक करता है और फिर दोनों लाश को ठिकाने लगाने के इरादे से बंगले के बाहर दायी और मूडते है तो यहाँ पहले से खुदा हुआ गड्ढा देखकर सकपका जाते है।
लाश को दफनाने के बाद डरी-सहमी रिया Fresh होने के लिए Bathroom में चली जाती है। जहाँ Exhaust Window से होते हुये एक हाथ रिया के गर्दन की तरफ बढ़कर रुक जाता है। रिया स्मित हास्य देकर उस हाथ पे Revolver रखते हुये कहती है "जाओ मुझे विध्वा बनाने का वक्त आ गया है।" रिया की इस हरकत से साफ होता है कि वो भी शक्ति को मारना चाहती है। इस तरह नागिन और नेवले का खेल शुरू हो जाता है कि 3 बजने के साथ फिर कुत्ते के रोने की आवाज़ सुनाई पड़ती है। इस बार दोनों कुत्ते को चुप कराने के लिए जाते है कि इतने में बिजली चली जाती है। ऐसे में Fuse देखने जा रही रिया की हिफाजत करने का ढोंग करते हुये शक्ति, उसके हाथ एक Pistol थमा देता है और रिया के जाने के बाद अपनी बंद मुठठी खोलकर हंसता है क्योंकि सारी गोलियाँ उसकी मुठ्ठी में होती है, यानी रिया की Pistol खाली होती है। तभी अचानक रिया की चिख सुन कमर में खोसी हुई Revolver निकालकर शक्ति उस दिशा में बढ़ता है। शक्ति की Revolver खाली करने के इरादे से अंधेरे में छुपा बैठा रिया का आदमी बेवजह आवाज कर शक्ति को गुमराह कर उसकी गोलियों खत्म करने लगता है शक्ति के Revolver में सिर्फ 2 गोलियों बची होती है कि तभी Telephone की रिंग बज जाती है और हड़बड़ाहट में शक्ति बची हुई दोनों गोलियों उस दिशा में चलाता है मगर इत्तफाकन Telephone के बराबर पीछे खड़े होने के कारण कातिल को गोली लगती है और वो मारा जाता है। इतने में बिजली के साथ रिया वहाँ आती है और शक्ति को जिंदा तथा अपने आदमी को मरा पाकर दंग रह जाती है मगर चेहरे के भाव छुपाकर शक्ति की मदद करते हुये लाश को घसीटते हुये बाहर ले आती है। इस बार दोनों लाश को दफनाने बाये मुड़ते है पर वहाँ भी पहले से खुदा हुआ गड्ढा देखकर चौंक जाते है।
कहानी अपनी रफ्तार लेती है और ठंडे दिमाग से सोचते हुये रिया अपनी कहानी का "The End" लिखने के लिए बैठ जाती है, मगर कोई अच्छा Climax ना मिलने से वह परेशान हो जाती है। इस पर शक्ति Peg बनाकर उसके हाथ थमाते हुये कहता है "Heroine को मरवा दो कहानी खत्म।" जवाब में रिया कहती है "Hero भी तो मर सकता है? इस तरह Cheers करके दो Peg मारकर रिया, शक्ति को अपनी बांहों में भर लेती है। प्याज के छिलके की तरह दोनों के कपड़े उतर जाते है। रिया शक्ति के बदन को नाखूनों से नोचते हुये गर्म मोम उसके बदन पर छिड़क देती है, जैसे ही शक्ति गर्म हो जाता है वैसे मौका पाकर रिया उसके दोनों हाथ Cot से बांधकर Pillow के अंदर रखा छुरा शक्ति के सीने में खाँप देती है तथा बची हुई शराब एक घूंट में पिकर कहानी का Climax लिखती है "Hero मर जाता है... कि मरता हुआ शक्ति, रिया से कहता है कि उसने उसके शराब में जहर मिलाया था रिया फर्श पर गिरती है, उसकी अधखुली आँखें देखती है कि जोर जोर से हंसते हुये माया उसकी तरफ बढ़ रही है। एक और आवाज गुजती है Hero को मारने के बाद Heroine भी अपना दम तोड़ देती है The End" लिखकर रिया की अधुरी कहानी को पूरा करते हुये सिध्दार्थ Inframe होता है जो माया की जीत का भागीदार होता है। आखिरी पड़ाव में गुथ्थी सुलझती है और पता चलता है सारा खेल सिध्दार्थ माया का खेला गया था। 38 साल पहले मि. मल्होत्रा को मारकर सारी मिल्कियत का मालिक बन बैठा देव ही आज के मि. रॉय थे और मि.मल्होत्रा का पोता कोई और नहीं बल्कि खुद सिध्दार्थ था।
दर असल माया ही मिरॉय के जायदाद की हकदार थी और क्योंकि सिध्दार्थ और माया एक दूसरे से प्यार करते थे सो उन्हें जरूरत थी एक कंघे की जिस पर बंदूक रखकर उन्हें गोली चलानी थी। तभी तो माया ने ही जान बूझकर रिया को मिरॉय के Birthday Party में Invite किया था। रिया को लगा कि उसने माया की जलन वाली कमज़ोरी पर वार करके शक्ति को उसका बनाया है. मि.रॉय को मारने का राज़ माया से उगलवाया है। जबकि सच्चाई ये थी कि माया और सिध्दार्थ ने अपने Game Plan को अंजाम देने के लिये रिया से ये सब करवाया था और वो Game Plan था वसिहत के तहत मिरॉय के मरने के बाद रिया और रिया को कुछ हो जाये तो सारी जायदाद सिध्दार्थ के Law Firm में ही साबूत रहे। सिध्दार्थ को ये भी मालूम था कि रिया और शक्ति मिले हुये है, अगर शक्ति को सरकारी वकिल की हैसियत से Case में घसीटा जाये तो रिया को बरी करवाने के लिए Case को बिला छोड़ देगा। यहीं हुआ, जिसके चलते अदालत ने रिया को बेगुनाह करार दिया। यहीं नहीं अगली चाल के तहत सिध्दार्थ और माया ने बारी-बारी से रिया और शक्ति के साथ Psychology का ऐसा खेल खेला कि लालच में अघा होकर अपनी अपनी चालाकी का प्रदर्शन करते हुये रिया और शक्ति दोनों एक दूसरे के हाथों मारे गये तो अक्ल के सही घोड़े चलकर माया और सिध्दार्थ सारी जायदाद के हकदार बन गये अब बारी किसकी?
