, पतिदेव ! आप बिल्कुल सही थे। मैं ही पागल आपको समझ न सकी। , पतिदेव ! आप बिल्कुल सही थे। मैं ही पागल आपको समझ न सकी।
नजर में विज्ञान की उपलब्धियां हैं कामना में तुम हो ख्वाहिश भी तुम्हारी है। नजर में विज्ञान की उपलब्धियां हैं कामना में तुम हो ख्वाहिश भी तुम्हारी है।
उसने कोई ज़हर खा लिया, जबतक उसका पिता उसको बचाने की कोशिश कर पाता उसकी मौत हो गयी। उसने कोई ज़हर खा लिया, जबतक उसका पिता उसको बचाने की कोशिश कर पाता उसकी मौत हो गयी...
उन्होने पूछा , ये क्या मज़ाक है ? हमे क्यों इस तरह से पकड़ रखा है ? उन्होने पूछा , ये क्या मज़ाक है ? हमे क्यों इस तरह से पकड़ रखा है ?
अब माता पिता के आ जाने से राहुल और रिया का परिवार पूरा हो गया था। अब माता पिता के आ जाने से राहुल और रिया का परिवार पूरा हो गया था।
आप लोगों की कमज़ोरी का फ़ायदा उठा कर यह शेर हो जाता है आप लोगों की कमज़ोरी का फ़ायदा उठा कर यह शेर हो जाता है