सेवा
सेवा
गाड़ी चलाते हुए माधव ने राजू को देखते हुए मोहिनी से पूछा," वो कंबल ले तो ली हो, जिसे वापिस करना था?" मोहिनी ने 'हाँ 'में जवाब दिया कि तभी चॉकलेट की दुकान पर माधव ने गाड़ी रोकी और गाड़ी से उतर गया। इतने में दुकान के कोने में अलाव के पास बैठी एक औरत अपने बच्चे को गोद में छिपाए हुए राजू को दिख गयी। उसका बेटा रो रहा था और कह रहा था, माँ बहुत ठंड लग रही है। इतने में राजू ने गाड़ी से कंबल निकाल उसको दे दिया।
माधव और मोहिनी राजू को प्रश्न भरी निगाहों से देखते ही रह गए कि उसने ये क्या किया। राजू ने कहा, "पापा सर्विस टू ह्यूमैनिटी इज टू सर्विस टू गॉड ।सच कहूँ पापा !आज का यह जाड़ा मुझे हमेशा गरमाहट देगा। सॉरी पापा। लव यू।"
माधव कुछ न बोल सका और गाड़ी आगे बढ़ा दी।