Amarjeet Kumar

Inspirational Thriller Fantasy Abstract Children Stories Classics

3  

Amarjeet Kumar

Inspirational Thriller Fantasy Abstract Children Stories Classics

सच्चे दोस्त की परख

सच्चे दोस्त की परख

1 min
829


एक समय की बात है। यह कहानी दोस्त की परख के लिए है । इससे बात साबित हुआ कि दोस्त कितने मतलबी होते हैं मै अपने गांव मे दसवीं मे उत्तीर्ण होने के बाद आया था । ग्यारहवीं मे नामांकन के बाद अपने घर के पास एक शिक्षण संस्थान मे पढ़ाई के लिए दाखिला लिया  उसी समय मुझे अपने गांव के लड़के से दोस्ती हो गई । दोस्तो मे से किसी के पिताजी रेलवे के स्टाफ , टीचर, व्यापारी, ऑटो ड्राइवर थे । मेरे पिताजी किसान थे । मेरे दोस्त मुझे कहते थे कि तुममे समझदारी नही है । उन्होंने मुझे स्वार्थी , मतलबी का अर्थ बताया । मै अपने दोस्त की बहुत मदद करता था लेकिन वह मेरी कोई मदद नही करता था । काम आने व रहने पर वो मेरे दोस्त रहते थे , मुझे याद करते थे व खत्म होने पर मुझे भूल जाते थे पार्टी के लिए दोस्त की श्रेणी के बाहर मुझे रखा जाता था । इस साल के सरस्वती पूजा मे मेरी तबीयत ठीक नही होने पर मुझसे कोई मिलने भी नही आया । वो स्वयं को समझदार और मुझे बेवकूफ मानते थे । मै दिल का सीधा हूँ । आजकल लड़का की दोस्ती लड़की के साथ , लड़की की दोस्ती लड़का के साथ होता है । मेरे दोस्त कहते थे तुम गरीब हो इसलिए कोई  लड़की  तुम्हारी  दोस्त  नही है। और  तुम्हे  उनको  अपनी  ओर  आकर्षित , बातचीत करने  नही  आता  है  । मेरे  सभी  दोस्त  की  लड़की  दोस्त  (प्रेमिका ) है । जिस पर वे  अपने  पैसे  खर्च  करते  थे  । उसके  उन  दोस्त  से  मेरा  कोई  विवाद  था  जिसके  कारण  वे  अपने  साथ  मुझे  नही  लेकर  जाते थे  । वे  मुझे  कुछ  नही  बताते  , लेकिन  मै उनको   अपने  सभी  बात  बताता  । मै  जब  भी  उनको  समझाने की कोशिश  करता  वे कहते  तेरी   कोई लड़की दोस्त  नही  है  इसलिए  तुम  मुझसे ईर्ष्या  करते हो ।  इस दुनिया,देश व समाज मे द्वापर व त्रेता युग की दोस्ती खोजी व चाही जो कि स्वार्थ हीन थी , वो नही मिला । आजकल दोस्ती का अर्थ खूब खाना खिलाना , पिलाना व घुमाना है जबकि पहले प्राचीन काल मे ऐसा नही था । उस समय सुदामा -कृष्ण व सुग्रीव-राम की जैसी मित्रता थी जो अब विलुप्त हो गया है । सच्चे दोस्त की परख दुख के वक्त पर होता है । मुझे अभी तक कोई सच्चा और मददगार मित्र नही मिला है । मै अब भी उसी की तलाश करता हूँ । मुझे लगता है कि मेरी खोज अधूरी रह जाएगी क्योंकि सच्चे दोस्त की कमी है । मेरी सच्चे दोस्त की परख हमेशा जारी थी, है और रहेगी ।


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Inspirational