सच हुऐ सपने
सच हुऐ सपने
सपने केवल बंद आंखों से नहीं देखे जाते कुछ सपने ऐसे होते हैं जिन्हें खुली आंखों से देखा जाता है।
गगन एक चरवाहे का लड़का जो एक छोटे से गांव में रहता था। बचपन में गांव के स्कूल गया तो उसे कॉपी किताबों से प्यार हो गया। एक दिन स्कूल में मास्टर जी ने सभी बच्चों से पूछा कि वह बड़े होकर क्या बनना चाहते हैं। तो गगन ने मास्टर जी से कहा कि वह बड़ा होकर डॉक्टर बनेगा और गांव की सेवा करेगा। मास्टर जी ने उसके सपनों को पूरा करने के लिए दसवीं में अच्छे अंक से पास होने के लिए कहा यह तुम्हारे सपने की पूरा होने की पहली सीढ़ी है अगर तुम इसमें चढ़ जाते हो तो तुम आगे अपना सपना जरूर पूरा करोगे। फिर क्या था गगन में धुन लगा ली और पिता के साथ गाय चराता हुआ कहीं दूर जाकर कभी पेड़ों के नीचे पढ़ता, कभी रात को लैंप में पढ़ता, ऐसे करके उसने दसवीं स्वयं की मेहनत से 70% से पास की और मास्टर जी ने गगन के पिताजी से अपने ऊपर जिम्मेवारी लेकर शहर के कोचिंग सेंटर में उसके पढ़ाई की व्यवस्था करा दी। कोचिंग में उसे बहुत सहायता मिली और वह सच में अपना सपना पूरा कर पाया। नीट में सलेक्शन के साथ उसको एम्स में भी सीट मिल गई। और आज 6 साल की पढ़ाई पूरी करके अपने गांव में एक चिकित्सक के रूप में सेवा दे रहा है। अब उसके गांव के सभी बच्चे जब उसको देखते हैं तो वह भी यही सपना देखते हैं कि गगन भैया की तरह वह भी एक सफल डॉक्टर बने। गगन ने अपना ही सपना पूरा नहीं किया बल्कि कई बच्चों के आंखों में नये सपने भर दिये।