साहसिक कदम
साहसिक कदम
विभा को खेतों से जाते समय रोज चेहरा पीले कपड़े से छिपाकर जाना पड़ता, पुलिस मुज़रिम को पहचानने के लिए ले जाती उसे। कसूर ही क्या था उसका ? सहेली संग मेला घूमी बहुत दिनों बाद, अचानक से खुले आम हादसा हुआ, कुछ शरारती तत्व नाबालिग लड़की को ज़बरदस्ती उठाकर ले जा रहे थे बेचारी मदद के लिए गुहार कर रही, इतने में आवाज़ सुन विभा ने मासूम को तो चंगुल से मुक्त किया, पर स्वयं फँस गई। शरारती तत्व धमकी दे रहे, पुलिस को सच नहीं बताए, पर आखिरकार उसने अन्याय के विरुद्ध साहसिक-कदम उठाने का निर्णय लिया।