राहुल की जादुई गुल्लक
राहुल की जादुई गुल्लक
राहुल जो शरीफ और उच्च विचारों वाला लड़का था जिसकी क़िस्मत काफी अच्छी नहीं थी घर की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी राहुल के पापा एक फैक्टरी मे कार्य करते थे जिसकी मासिक आय 5000/- आती थी।
छोटा-सा किराये का मकान और बहन की शादी राहुल की जिंदगी में काफी उताव-चढ़ाव थे।
राहुल ने दिल्ली के विश्वविधालय से कॉलेज किया जो पूर्ण शिक्षा घर से ही प्राप्त की, उसके दोस्त भी काफी कम थे लेकिन जो भी थे आर्थिक जीवन से उलझ रहे थे।
राहुल सरकारी पेपर के फार्म भरता था, लेकिन वे न किसी प्रकार की कोचिंग लेता था न तैयारी करता था क्योंकि उसको पढ़ाने वाला कोई टीचर नहीं था।
एक दिन वह अपनी परेशानी एक बहुत ज्ञानी बाबा को बताने गया जो किसी भी प्रकार की फ़ीस वसूल नहीं करते थे। वह बाबा उसको एक गुल्लक देता और बोलता बेटा इस गुल्लक मे तुम रोज़ एक सिक्का डालोगे तो तुम्हारे घर में बरकत आएगी। लेकिन ये गुल्लक कभी नहीं भरेगी याद रखना जिस दिन ये गुल्लक टूट गई तो तुम पहले जैसी स्थिति में आ जाओगे। ऐसा करके राहुल वह गुल्लक घर ले जाता और सबको दिखाता ऐसा करके वह गुल्लक में रोज एक सिक्का ड़ालता।
रास्ते से राहुल जा ही रहा था कुछ चोर एक बुजुर्ग औरत का बैग चुरा कर ले जा रहे थे, तो राहुल किसी तरह उस बुजुर्ग महिला का बैग चोर से छीन कर उस महिला को दे देता वह बुजुर्ग महिला उसको 5000/- नकद राशि इनाम देती, वह राहुल लेने से मना करता लेकिन वह बुजुर्ग महिला कहती "ये तुम्हारा इनाम है इसको रख लो" वह ले लेता, अगली सुबह वह गुल्लक में एक सिक्का डालता और चल पड़ता रास्ते की ओर हर वक्त कोई न कोई परेशानी में मिलता और इसी प्रकार उसको मदद का इनाम मिलता। धीरे- धीरे राहुल की आर्थिक स्थिति सुधरने लगी और अमीर होने लगा एवं अच्छे कार्य करके आगेे बढनेे लगा |