प्रतिष्ठा प्रश्न
प्रतिष्ठा प्रश्न
"पापा आप कल से विशु को स्कूल छोड़ने मत जाया कीजिये, मैंने ऑटो वाले से बात कर ली है!"
"पर बेटा ऑटो की क्या जरूरत है ? मुझे अच्छा लगता है उसका साथ। रिटायर हो गया हूँ, दिनभर खाली ही तो रहता हूँ, मेरी सैर भी हो जाती है और विशु को स्कूल भी छोड़ देता हूँ। इसी बहाने थोड़ा और वक्त मिल जाता है उससे बातें करने का और....!"
बीच में ही काट दी बेटे ने राधे बाबू की बात !
"बस पिता जी और बहस नहीं करनी मुझे। आपको पता भी है अड़ौसी-पडौसी क्या-क्या कहते हैं ? सुनना तो हमे पड़ता है ! 500-700 रुपये के लिए अपनी प्रेस्टीज नहीं बिगाड़नी हमें !"
पनीली आँखों से देखता रह गए राधे बाबू! दादा का प्यार सामाजिक प्रतिष्ठा के आगे बौना पड़ गया था!
