परिवार - जीवन का आधार
परिवार - जीवन का आधार
कहते है कि परिवार जीवन का आधार होता है। किसी भी व्यक्ति की नींव का निर्माण सर्वप्रथम प्रारंभ परिवार से होता है। किसी भी व्यक्ति का स्वभाव भविष्य में जैसा भी होगा यह उसके पारिवारिक स्थितियों का ही परिणाम होगा। जैसे कि अगर कोई बच्चा शांत माहौल में पला-बढा होगा तो वह अधिक शांतिप्रिय होगा। और जो अधिक शोर-शराबे के माहौल में पला होगा वह उपद्रवी प्रवृत्ति का होगा।
तुलारी नामक गांव में दो परिवारों का विशेष नाम था। वे है - शर्मा निवास और ठाकुरों का घर। शर्मा निवास में घर के सभी लोग शांति पूर्वक रहते थे और लोगों को शांत रहने का संदेश देते थे। और दूसरी तरफ ठाकुरों के घर में अशांति का माहौल रहता था तथा वे हमेशा एक दूसरे को काट -खाने के लिए तैयार रहते थे। तथा उनमें से कई लोगो ने आतंकवाद का रास्ता अपना लिया और अपने कुल को जलील किया। जबकि शर्मा निवास के लोगों ने उच्च पदों को प्राप्त किया और समाज में अपने कुल का गौरव बढ़ाया।
