परिणाम
परिणाम
बात उन दिनों की है जब मेरा 12वीं का परिणाम घोषित हुआ था। मेरे बड़े भाई मेरा परिणाम लेने गए थे उस समय परिणाम कलेक्ट्रेट ऑफिस में आया करते थे।
मैं बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रही थी कि जल्दी से भाई घर आए और मुझे मेरा परिणाम बता सके। जैसे ही भाई आए उन्होंने वहीं से इशारा किया कि मैं तो फेल हो गई हूं और इसमें हम सबका नाम डुबा दिया।
मुझको तो काटो तो खून नहीं और मैंने जोर जोर से रोना शुरू कर दिया।
जैसी ही मेरा रोना शुरू हुआ मेरे भाई ने पेट पकड़ पकड़ कर जोर से हंसना शुरू कर दिया। पिताजी वहीं पर थे उन्होंने भाई को बहुत जोर से डांट लगाई कि एक तो उसका परिणाम खराब आया है और तुम उसको ढांढस बंधाने की बजाय हंस रहे हो ?
और भाई की तो हंसी रुक ही नहीं रही थी। उन्होंने हंसते हंसते कहा कि अरे पगली मैं तो मजाक कर रहा था तू तो फर्स्ट डिवीजन से पास हुई।
और मेरे दुख के आंसू कब खुशी के आंसू हैं बदल गए मुझे पता ही नहीं चला।
