अमूल्य योगदान
अमूल्य योगदान
काश आज भारत देश ने अपनी मेडिकल संस्थाओं को बढ़ावा दिया होता जगह-जगह मंदिरों और अंधविश्वास को बढ़ावा देने की बजाय आधुनिक तकनीक की ओर ध्यान दिया होता तो शायद हमारी आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित हाथों में होता।
हमारी आने वाली पीढ़ी का भविष्य दिनोंदिन खतरे की ओर बढ़ रहा है जिसके लिए हम सभी को मिलकर आवश्यक और नैतिक कदम उठाने चाहिए।
अभी जितनी प्रकृति बची है उसको और अधिक सुंदर बनाने और निखारने की जरूरत है।
"इस देश में आज आपदा आई
भूखे हैं लाल और माई
रहने का ठिकाना छिन गया
खतरे में सारी दुनिया आई।"
आज संपूर्ण देश में गांव-गांव गली-गली सिर्फ और सिर्फ ज्ञान और विज्ञान का ही सहारा है। समस्त मानव प्रजाति को बचाने के लिए हमें ज्ञान और विज्ञान के प्रचार में एवं प्रकृति के संरक्षण में अपना अमूल्य योगदान देना चाहिए।