प्रार्थना जीवन है
प्रार्थना जीवन है
सुख–दुख का तो जीवन भर का मरण हैं !
आत्मा अपनी कभी मरती नहीं..
हमारी सबकी आत्मा अमर हैं;
पर ये भी जीवन जाने के बाद
एक नए जीवन में प्रवेश करती हैं !
कृष्ण भगवान हर .. जीव
चाहें मनुष्य हो या प्राणी हो...
हर एक के दिल में बसते है..
पर हम उन्हें मंदिरों में ढूंढते हैं !
और तो और दिए लगाकर
भक्ति और आरती भी !
पूजना गलत नहीं हैं.. ये एक
अपनी श्रद्धा और मन का भाव हैं..
जिन्हें हम मन की शांति कहते है..
पर सोचो आप और हम
यदि जीवन में किसी और
गरीब और जरूरतमंद की
मदद करे
अनाथ का उद्धार करे .. प्राणी का संरक्षण करे !
हर एक की मदद और देश के विकास के लिऐ आगे बढ़े !
कभी किसी को जीवन में नुकसान ना पहुंचाये !
पैसों से अमीर तो सब बन जाते हैं;
पर दिल का अमीर बनो..
हर एक आत्मा में यदि कृष्णा बसे है..
तो हमे हर एक इंसान को चाहे गरीब हो अमीर हो।
या पशु पक्षी प्राणी हो..
दिल से मदद करो.. !
देखो तुम्हारी मन की शांति
तुम्हें वही काम करने में मिलेगी !
और तुम्हारी आत्मा एक साफ मन बन जायेगी !
मानो या मानो.. जब एकांत में
भगवान के सामने आप बैठोगे उनसे
नजरे मिला कर बाते करोगे..
तो वो आपकी हर एक बात दिल से सुनते हैं !
आपकी आखों से बाते करते समय आखों में
आँसू आ जाएं तो भगवान आपके साथ हमेशा है
आपके दिल में ! विश्वास और अंधविश्वास एक अलग बात हैं !
दिल से मानो तो दुनिया में सब कुछ हैं..
और श्रद्धा भावना सब अपने दिल में ही है..
उसे दिल से जानने और पहचानने की जरुरत हैं !
कृष्णा से प्रार्थना करती हूं..
मेरे और आप सभी के लिऐ सब हमेशा स्वस्थ
और मस्त रहे अपने जीवन में !
दिल से हर एक बात लिखती हूं..
धन्यवाद मेरी बात को दिल से पढ़ने के लिऐ !
