पहचान
पहचान


किसी बड़े फंक्शन में और लोगों की तरह शर्मा फैमिली भी आयी थी। हमेशा की तरह महिलाएँ आपस में टीवी की सीरिअल्स और फैशन की बातें करने में मशगूल हो गयीं। सारे पुरुष भी शेयर मार्केट और आजकल के पॉलिटिक्स पर चर्चा करने लगे।
अचानक एक नयी मेहमान की तरफ मिसेज शर्मा की नजर गयी और उन्होंने बातों के बीच में उस महिला की तरफ हाथ बढ़ाते हुए कहा,"हलो,आई एम मिसेज शर्मा,आप कैसी हैं?" क्या मैं आपका शुभनाम जान सकती हूँ।
उस महिला ने जवाब दिया," हैल्लो,मेरा नाम ज्योति है।आप सबसे मिल कर बहोत खुशी हुई।" महिलाओं ने अपनी बातें जारी रखी।
फिर ज्योति भी उनकी बातचीत में घुल मिल गयी।
मिसेज शर्मा ने थोड़ी देर की बातचीत के बाद ज्योति से पूछा, "ज्योति जी, आप मिसेज .......? आय मीन आप का सरनेम क्या है?"क्योंकि वह नयी मेहमान थी इसलिए बाकी महिलाएं भी उसका जवाब सुनने को उत्सुक हो गयीं थी वह कौन से अफसर की पत्नी हैं।
ज्योति ने उनसे कहा," क्या मेरा नाम मेरी आइडेंटिटी नहीं है? क्या मिसेज एक्स या मिसेज वाई से ही किसी महिला की पहचान हो सकती है? क्या किसी पति के नाम से ही वह जानी जाती रहेगी?
अचानक सारी महिलाएँ जो हँस हँस कर बातें कर रही थी,एकदम खामोश हो गयी क्योंकि वह एक दूसरे को मिसेज बक्शी, या मिसेज वर्मा और मिसेज खन्ना के नाम से ही जानती थी या कभी कभी सोनू की मम्मी या पिंकी की मॉम से ही जानी जाती रही थी।
सारे माहौल में एकदम चुप्पी सी छा गयी....