ऑनलाइन कक्षा
ऑनलाइन कक्षा
इस साल का ९ वां महीना तो*कोरोना " की भेंट चढ़ गया। रोज़ नातिन को "ऑनलाइन कक्षा में पढ़ते देखना । २६ अगस्त को नातिन मेरे कमरे में आई और पूछने लगी नानी मुझे बताओ " 26 जुलाई को "विजय दिवस" क्यों मनाया जाता है...! मेम ने कहा है कि कारगिल युद्ध पर कुछ पंक्तियां लिखना है।मैने कहा ठीक है लिख लेना रात में, नातिन बताती है,मम्मा और पापा का कहना है ,नानी अच्छे से करवा देंगी। "कारगिल युद्ध" का अब क्यों एक महीने बाद बहरहाल हमनें मेहनत कर लिखवाई *कारगिल युद्ध पर किस तरह लड़े भारतीय सेनाऔर कितने सेनिकों की "शहादत" हुई और भी कई शूरवीर की बातें लिखी अब नातिन अति उत्साहित नाना को सुनाया, फिर मम्मी- पापा को सुनाया सबने कहा बहुत अच्छा लिखा है।
सुबह मालूम पड़ा हिन्दी का पीरियड अब "सोमवार को होगा।दो दिन की छुट्टी के बाद अति उत्साहित नातिन ने कहा "अभी क्लास है ,नानी आप एक बार सुन लो मैं ठीक से सुना पाऊंगी ना....!" वैसे स्कूल वाले टीचर्स दिखावा तो ख़ूब कर रहे थे.. जैसे हिन्दी की टीचर्स अपने आपको बच्चों से ये बुलवाना के सब हमें" शिक्षिका जी" कहेंगे..!पेरेंट्स पर अपनी छाप छोड़ना हम कितने सही पढ़ा रहे हैं।मज़ेदार बात ये रही मेरी भोली नातिन इंतज़ार करती रही #शिक्षिका जी"अब पूछेंगी तब पूछेंगी पर " वो तो भूल ही गई"पूछा ही नहीं "कारगिल युद्ध" पर बच्चों ने कुछ लिखा या नहीं। जब वो क्लास के बाद मेरे कमरे में आई तो चेहरा उतरा हुआ था। नानी उन्होंने ने तो पूछा ही नहीं...! मैंने दिलासा दिया कोई बात नहीं तुम परेशान मत हो... पर आज की शिक्षा पद्धति पर प्रश्न चिन्ह ज़रूर छोड़ गई.....?.शिक्षिका जी