'नमक का मान' #LittleWords
'नमक का मान' #LittleWords
अमित ने ब्रीफकेस करीम को थमाते हुए कहा,"करीम चाचा,आप सोहन को स्कूल से ले आना,मैं बाहर जा रहा हूॅ॑। मीना की तबीयत ठीक नहीं है।"
"जी साहब।" करीम ने डिक्की में ब्रीफकेस रखते हुए कहा
करीम चाचा ने अमित को एअरपोर्ट छोड़ा,घर जाकर खाना खाया। इतने में ही सोहन के स्कूल से लाने का टाइम हो गया।
करीम चाचा स्कूल से सोहन को लेकर घर आ रहे थे। तभी कार में बजते एफ.एम.रेडियो ने प्रसारण रोक,शहर में दंगे भड़कने की सूचना दी।
चौराहे पर उग्र भीड़ ने कार रोक दी। करीम चाचा ने सोहन को अपना बेटा बताया। उपद्रवियों ने अपना जानकर उन्हें जाने दिया।करीम चाचा ने रात भर सोहन को अपने घर रखा। फोन पर मीना मेमसाब को सूचना दे दी।
सुबह दंगे थमने पर सोहन को पहुंचाया। अमित ने नम ऑ॑खो से हाथ जोड़कर आभार व्यक्त किया।
करीम चाचा ने नमक का मान रखा, अमित उनका ऋणी हो गया।
