नए साल के प्रस्ताव
नए साल के प्रस्ताव
अखिलेश नाम का लड़का था I वह अच्छा पढ़ा लिखा था और अच्छी कंपनी में काम करता था I और काफी मेहनती थी I
अच्छा काम करने के कारण उसे प्रमोशन भी मिलता रहता था I अखिलेश दिन –रात तरक्की करता हुआ आगे बढ़ रहा था I उसे अपने जीवन में गरीबी बिलकुल पसंद नहीं थी I अखिलेश गरीबों से नफरत करता था I
31 दिसंबर की रात अखिलेश रात को दफ्तर से घर लौट रहा था I लाल बत्ती पर उसकी गाड़ी रुकी तभी एक व्यक्ति जिसके कपड़े तन पर से फटे हुए थे ,गन्दा सा चेहरा ,लाल आँखें ,बहुत ही अजीब सा लग रहा था I वह गरीब व्यक्ति अखिलेश की गाड़ी के खिड़की पर हाथ जोड़ कर कुछ मांग रहा था I
अखिलेश ने उसको दुत्कारते हुए कहा –“चलो भागो यहाँ से ,न जाने कहाँ -कहाँ से आ जाते हैं ?”
अखिलेश घर पहुँचता है और अपनी माँ को सारी बात बताता हुआ कहता है माँ ये भिखारी लोग कुछ काम तो करते नहीं सिर्फ हम जैसे लोगों को परेशान करते रहते हैं I
माँ ने अखिलेश को बहुत समझाया कहा –“बेटा इनकी कुछ मज़बूरी होती है तभी ये भीख मांगते हैं और तुम कुछ दे दोगे तो तुम्हें ही दुआ देगा”
अखिलेश माँ की बातें अनसुनी कर देता है I माँ ने कहा कल नया साल है और तुम्हें इसमें अपने जीवन में कई बदलाव लाने होंगे I तुम्हें लिखना होगा इन सालों के प्रस्तावों को ताकि तुम बदल सको I
अखिलेश माँ को कहता है कुछ भी हो जाये मैं यह प्रस्ताव कभी नहीं लिखूंगा Iऔर चादर तान कर सो गया II