नौ का रहस्य
नौ का रहस्य


प्रिय डायरी,
हमारे पी.एम मोदी ने पांच तारीख को रात नौ बजकर नौ मिनट ही दीया -रोशनी जलाने को क्यों कहा? इसके पीछे बहुत बड़ा वैज्ञानिक कारण है। नौ का अंक मंगल ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है और मंगल अग्नि प्रधान ग्रह है। दीया का संबंध प्रकाश और ऊर्जा से है।
अंक ज्योतिष के अनुसार पांच तारीख और चार माह का जोड़ नौ होता है। साथ ही रात्रि नौ बजकर नौ मिनट का जोड़ अट्ठारह होता है। अट्ठारह को पुनः योग करें तो नौ अंक निकल कर आता है। नौ की संख्या देवी को समर्पित है। हमारे ग्रह भी नौ ही हैं। अगर हम एक दीया भी जलायेंगे तो महामायी इस कोरोना महामारी रूपी राक्षस से मुक्त करेंगी।
हिंदी तिथि के अनुसार उस दिन रात को प्रदोष तिथि है और पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र है।प्रदोष तिथि का संबंध शिवजी से है और शिव आरोग्य, औषधि, आयु के देवता हैं। वह अतिशीघ्र प्रसन्न होने वाले एकमात्र देव हैं। वह संहार के देव भी हैं। पांच तारीख को नक्षत्र भी पूर्वा फाल्गुनी है जिसकी राशि सिंह है और सिंह राशि का स्वामी स्वयं सूर्य है। सूर्य को आरोग्य वर्धक, धन, यश, आयु कारक और तन का स्वामी माना जाता है। जिस व्यक्ति का सूर्य जितना प्रबल होता है वह उतना है वैभवपूर्ण होता है।
अतः हमारे प्रधानमंत्री जी ने पांच तारीख को रात्रि नौ बज कर नौ मिनट पर दीया जलाने का आग्रह करना उनकी बौद्धमिकता का परिचय देता है। इसके पीछे एक वैज्ञानिक रहस्य है।