मैं एक लेखिका हूँ।लिखने का शौक है। अपने मनोभाव लिखती हूँ।
आज नेशनल डॉक्टर्स डे इन्ही कर्णधारों को समर्पित है आज नेशनल डॉक्टर्स डे इन्ही कर्णधारों को समर्पित है
सुशांत थोड़ा और सब्र कर लेते सह लेते यार! कहाँ तुम चले गये सुशांत...! सुशांत थोड़ा और सब्र कर लेते सह लेते यार! कहाँ तुम चले गये सुशांत...!
दूसरा साइकिल से कसरत भी हो जाती है दूसरा साइकिल से कसरत भी हो जाती है
पर समय निकलने पर वह संतान सुख से वंचित हो रहे हैं। पर समय निकलने पर वह संतान सुख से वंचित हो रहे हैं।
अपने पति के पदचिन्हों पर चलते हुए मैं भी सेना में भर्ती होऊँगी अपने पति के पदचिन्हों पर चलते हुए मैं भी सेना में भर्ती होऊँगी
भारतीय भोजन के स्वाद में भारत खींचा चला आया। भारतीय भोजन के स्वाद में भारत खींचा चला आया।
तुम्हारे पन्नों में अपने सब खुशी और ग़म को बांटा है। तुम्हारे पन्नों में अपने सब खुशी और ग़म को बांटा है।
भाभी इनकी तबियत बहुत खराब है। दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। भाभी इनकी तबियत बहुत खराब है। दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है।
वह जानती थी इतिहास उसे स्वार्थी माँ के नाम से जानेगा वह जानती थी इतिहास उसे स्वार्थी माँ के नाम से जानेगा
यह मंजिल तुम्हारी है सिर्फ़ तुम्हें ही तय करनी है। यह मंजिल तुम्हारी है सिर्फ़ तुम्हें ही तय करनी है।