नारीत्व day-10
नारीत्व day-10
"तुम अभी तक तैयार नहीं हुई ?आज कितने दिनों बाद बाहर डिनर का प्लान किया है। ",रचित ने अनुभा से कहा।
"नहीं रचित ,अपना नारीत्व खोकर अब मैं बाहर कैसे जाऊँ ? लोगों की नज़रों का सामना करने की मुझमें हिम्मत नहीं। ",
हाल ही स्तन कैंसर से निजात पाने वाली अनुभा ने रुआँसे होते हुए कहा।
"सुंदरता किसी की नज़रों की मोहताज़ नहीं। नारीत्व शरीर से ज़्यादा भावनाओं पर निर्भर करता है।
तुम आज भी उतनी ही हिम्मती ,ममतामयी नारीत्व के गुणों से पूर्ण हो। ",रचित ने प्यार से अनुभा को गले लगाते हुए कहा।
