नारी अस्मिता
नारी अस्मिता
प्रश्न- मीरा को घर से बाहर ना जाने देना?और एक धोबी के कहने पर सीता को घर से बाहर अरण्य में छोड़ आने का आदेश?
दोनो ही संदर्भ में नारी अस्तित्व व अस्मिता पर प्रश्न ?
उत्तर-नारी सदा से ही घर ,परिवार और समाज के दायरे में रही हैं ।नारी की चारित्रिक मर्यादा ही उसके अस्तित्व और अस्मिता का प्रश्न रहे हैं ।मीरा का राज परिवार की गृह लक्ष्मी होना तथा इसके साथ ही कृष्ण के प्रति अगाध भक्ति और आस्था एवं स्वयं को भक्ति और माधुर्य में इतना डुबो देना कि लोक लाज को भूल जाना जो कि सांसारिक नियमों के विरुद्ध था ...
वही प्रभु राम ने सीता का परित्याग कदाचित कभी नहीं किया बल्कि सीता स्वयं बाल्मीकि आश्रम में गई, इसके दो पक्ष है एक पक्ष जो बाह्य रूप में हम सब देखते हैं जिसमें माता सीता का परित्याग तथा एक आंतरिक पक्ष जिसमें प्रभु राम और सीता कभी अलग हुए ही नहीं
अपूर्व श्रद्धा एवं आस्था का समन्वय, समाज को साथ लेकर चले राम अपने संपूर्ण कर्तव्य का निर्वहन करते हुए एक आदर्श राज्य की स्थापना करते हैं। स्त्री अपनी अस्मिता को जानती है
इसी कारण श्रीराम के निर्णय लेने में माता सीता स्वयं सहायता करती हैं।।