STORYMIRROR

Neeraj Agarwal

Romance Fantasy Inspirational

3  

Neeraj Agarwal

Romance Fantasy Inspirational

मेरा भाग्य और कुदरत के रंग.... एक सच

मेरा भाग्य और कुदरत के रंग.... एक सच

5 mins
12

जिंदगी और जीवन में हम सभी को अपने सुख अपनी और जीवन की आकर्षण चाहत मोहब्बत भी पसंद होती है परंतु जीवन में हम सभी के साथ भाग्य किस्मत और कुदरत होती है ऐसे ही आज का विषय है शादी डॉट कॉम मेरा भाग्य और किस्मत और कुदरत के रंग एक सच होता है हम सभी अपने जीवन में जीवन साथी और जीवन के रंग किस्मत के साथ और भाग्य को खेल समझते हैं।  रंजना एक अच्छे परिवार की लड़की थी। अच्छी शिक्षा और अच्छी कद काठी सुंदर रूप रंग होने के साथ-साथ उसकी शादी नहीं हो पा रही थी मेरा भाग्य और किस्मत के रंग एक सच कहता है आओ हम कहानी पढ़ते हैं। 

                  महेंद्र एक अच्छे गांव का जमींदार था। और सभी गांव वाली महेंद्र सिंह की बहुत इज्जत करते थे और जीवन में हम सभी की इज्जत और स्वस्थ जिंदगी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है । जिससे बड़ी किस्मत और मिन्नतों के बाद उसके घर में एक बेटी ने जन्म लिया । और हम सभी जीवन में मन भावन के साथ बेटी को भी एक उचित स्थान और प्रेम देते हैं जिससे हम सभी का जीवन हंसी खुशी के सथना बीत जाता हैं। सच और हम सभी किस्मत और भाग्य के रगं एक सच कहता है परंतु रंजना जन्म से ही भाग्यशाली थी। जमीदार महेंद्र के दूसरा कोई बच्चा नहीं हो पाया और उसने बच्चे के लिए एक दूसरी शादी भी की थी परंतु किस्मत और भाग्य के साथ-साथ दूसरी पत्नी से भी उनके कोई संतान न हो पाई और वह अपनी बेटी रंजना के साथ ही अपनी जिंदगी को खुशी से बिताने लगे। और समय पंख लगा कर न जाने कहां उड़ जाता है और बिटिया रंजन भी समय के साथ सुंदर और सुशील गुणवान न बन जाती है। 

            समय बीतता है मेरा भाग्य और किस्मत के रंग रंजन भी बड़ी होती है और समय के साथ उसका रूप यौवन आकर्षक कद काठी अकेली संतान होने के साथ-साथ नकचढ़ी और घमंडी ना व्यवहार कुशलता बस अपने ही गुरूर में रहना रंजना की यह आदत थी समय के साथ-साथ महेंद्र सिंह और उसकी पहली पत्नी एक कर एक्सीडेंट में मारे जाते हैं और उनकी दूसरी पत्नी सुनीता रंजना की आदतों से पहले ही परेशान थी। 

          महेंद्र सिंह और उनकी पहली पत्नी की करने के पश्चात सुनीता महेंद्र सिंह की जायदाद की एकमात्र मालकिन थी परंतु रंजना भी उसी जायदाद की दावेदार थी।  रंजन अपनी सौतेली मां को पसंद नहीं करती थी और समय बीतता है रंजना की सौतेली मां सुनीता रंजना की शादी के लिए अपने मायके वालों से बात करती है और मदद मांगती है और रंजना को समझते हैं बेटी अब तुम बड़ी हो गई हो और तुम्हारा विवाह करना चाहिए बहुत कोशिशें के बाद रंजन को  शादी डॉट कॉम के साथ उसका विवरण दिया जाता है और कुछ दिनों बाद shaadi.com से एक लड़का रंजना को उसके गांव में देखने आता है।

         आज के आधुनिक युग में शादी डॉट कॉम से हम सभी घर बैठे युवा बच्चों की शादी विवाह के लिए हम सभी कुछ फीस या शुक्ल देखकर शादी विवाह करने की सुविधा ले सकते हैं और रंजना भी लड़के को देखकर बहुत खुश हो जाती है। सुनीता को एक सुकून होता है की रंजन को लड़का और लड़के को रंजना पसंद आ जाती है। जीवन में मेरा भाग्य और किस्मत के रंग कहीं ना कहीं एक सच कहते है। क्योंकि हम सभी का जीवन सच तो यह है कि ईश्वर की कुदरत और भाग्य के साथ एक सच कहता है और शादी डॉट कॉम तो एक बहाना है। 

      जीवन में हम सभी कुदरत और भाग्य के रंग के साथ-साथ समय एक सच रहता है हम सभी ईश्वर या कुदरत को न भी माने फिर भी हम सभी का भाग्य और किस्मत जीवन के साथ-साथ चलता है और समय के साथ-साथ हम सभी सुख-दुख शादी जीवन मृत्यु सब कुछ देखते हैं और संसार ऐसे ही चलता रहता है बस हम यही कह सकते हैं की शादी विवाह के लिए भी आधुनिक तरीके आजकल शादी डॉट कॉम के साथ हम जुड़ सकते हैं और जीवन की सुख जिसे हम व्यस्त जीवन कहते हैं उसका आनंद विवाह के बाद या शादी के बाद ले सकते है।

         मेरा भाग्य और कुदरत के रंग एक सच शादी डॉट कॉम को भी कह सकते हैं क्योंकि आजकल जीवन में समय और रिश्ते नाते सब समय के साथ-साथ स्वार्थ और फरेब भी रखते हैं परंतु रंजना अपने होने वाले पति रमेश के साथ खुशी-खुशी जीवन की राह पर चलने को तैयार हो जाती है और सुनीता अपने बुढ़ापे के जीवन को शुक्रगुजार कहती है और मन ही मन अपने पति महेंद्र जमीदार को धन्यवाद भी कहती है। 

              मेरा भाग्य और किस्मत के रंग जिसमें शादी डॉट कॉम में एक सच छुपा है जिसे हम जीवन की अध्याय का संस्मरण भी कह सकते हैं क्योंकि समाज और जीवन में शादी विवाह भी बहुत जरूरी है क्योंकि शारीरिक और मानसिक सभी इंसानों के लिए एक जरूरत होती है जिससे हमारा संसार और हम सभी जीवन यापन करते हैं।  परंतु हम सभी इंसान हैं और इंसानों के हाथ में कुछ भी नहीं भला ही हम सबको लगता हैं। परंतु जीवन के साथ और हम सभी उसे उम्र के साथ जीवन जीते रहते हैं और बस यही सोचकर जिंदगी में सब्र करते हैं कभी ना कभी तो हमारे भाग्य बदलेंगे किस्मत और कुदरत के रंग हमारे सभी पाठक कहानी जो पढ़ रहे हैं उनसे भी एक निवेदन है कि हमारी  कहानी को कल्पना के साथ समझे।

          शादी डॉट कॉम मेरा भाग्य और किस्मत के रंग एक सच भी कहता है और हम सब शारीरिक मानसिक जरूरत के साथ जीवन यापन करने की कोशिश करते हैं परंतु जिंदगी और सोच एक किरण एक सच कहता है । जिसमें में प्रेरणा मिलती है कि रिश्ते नातेदार आजकल की जरूरत है कभी भी निभाते नहीं आओ हम सभी अपने भाग्य और कुदरत के रंग की सच के साथ  शादी  डॉट कॉम पर हम सभी अपनी किस्मत और भाग्य आजमा सकते हैं। हम सभी रंगमंच पर किरदार निभाते हैं और एक कठपुतली की तरह जीवन हम जीते हैं और सांसारिक खेल में हम सभी शादी डॉट कॉम पर भी पहुंच जाते हैं।



Rate this content
Log in

Similar hindi story from Romance