लॉक डाउन डे 23 : आत्म- संयम
लॉक डाउन डे 23 : आत्म- संयम


लॉक डाउन डे 23 : आत्म- संयम: 16.04.2020
डिअर डायरी,
देश में कोरोना के केसेस बढ़ने के साथ ही लोग अब जागरूक हो रहे हैं। सारा समय अपने घर ही में बिताने को मजबूर हैं। सूखी- खांसी भी डरा रही है। मालूम नहीं है कि कब कोरोना से कौन सा व्यक्ति संक्रमित हो जाये। यदि आपको राशन देने वाला व्यक्ति संक्रमित है तो आप सोच लो कैसी चैन बनेगी ? आपका पिज़्ज़ा - बॉय संक्रमित पाया जाता है तब क्या होगा ?
भारत में पहले आंकड़े 100 प्रतिदिन के हिसाब से बढ़ रहे थे,वही संख्या अब 500 प्रतिदिन हो गयी है। फिर भी हम कम्युनिटी ट्रांसमिशन से बचे हुए हैं क्यूंकि हम ' स
ोर्स ' को ट्रेस कर पा रहे हैं। 3 तरह के जोन बनाये गए हैं। ग्रीन, ऑरेंज, रेड। ग्रीन मतलब पिछले 7 दिन में कोई केस नहीं,ऑरेंज मतलब 10 से काम कोरोना पेशेंट्स और रेड जोन मतलब 10 से ज़्यादा कोरोना पेशेंट्स। क्यूंकि 10 का मतलब है 100 और का सामने आना।
जिस जगह 10 से ज़्यादा पेशेंट्स आ रहे हैं,वहाँ कर्फ्यू लगा दिया जा रहा है।
इस स्थिति में सबसे ज़रूरी है "आत्म -संयम "। अपने आप पर संयम रखें। इस बात को समझें कि इन 14 दिनों में हमसे क्या गलती हुई कि ये संक्रमण बढ़ गया ? और उस प्रकार की गलती दोबारा न करें। प्रशासन से ही सारी उम्मीद मत करिये और उन्हीं को गाली भी न दीजिये।
सजग रहिये ,
सुरक्षित रहिये !