डे 39 :योग करिये, स्वस्थ रहिये
डे 39 :योग करिये, स्वस्थ रहिये


लॉक डाउन में आज सुबह 5 बजे आंख खुली। 2 घंटे पढाई की और उसके बाद घर का झाड़ू - पोंछा स्वयं किया। उसके बाद नाश्ता किया और फिर बहुत सारा आराम किया। अच्छा अब बाइयों की बात कर लेते हैं हमारे घर की बाई बड़ी स्वाभिमानी है। वो कहती है कि हमें क्या कोरोना है, जो आप हमें नहीं बुलाते ? वो हर घर जाकर गाती है कि उनके वहां तो हाथ धुलाते हैं, घर में घुसने ही नहीं देते हैं। अब बताइये, क्या करें ?
लोग नाराज़ हो जाते हैं जब हम उनके लिए घर का दरवाज़ा नहीं खोलते। उसके बाद शाम को ५ बजे नींद खुली दिन का खाना खाया और कुछ देर मोबाई
ल देखा। फिर कोविड-19 के केसेस देखे। वो अब ३७००० हो चुके हैं। आलस बढ़ रहा है, मन भी नहीं लग रहा है। अभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद है, तो सड़को पर सुकून है। लेकिन सरकार ने अपने लोगों का ध्यान रखा है कालाबाज़ारी नहीं हो रही है। लेकिन चीज़ें एम्।आर। पी पर मिल रही है। हर चीज़ पर २० -३० रुपये का प्रॉफिट कमा रहे हैं किराना वाले। फिर भी ठीक है।
आँखों में नींदें भरी हैं, मन में आलस भरा है। और लॉक डाउन बढ़ता जा रहा है बस। एक काम और करना चाहिए फ़िलहाल। 8 बजे सुबह रामदेव बाबा आते हैं टी .वी . पर। उनके साथ योग करिये और स्वस्थ रहिये।