लापरवाही की कीमत
लापरवाही की कीमत
उसने अपने काम और अपनी जिंदगी दोनों को कभी सीरियसली लिया ही नहीं। बहुत अच्छी नौकरी थी। पहले एक नौकरी में थोड़ा गबन करा। अपने अक्षय दाता को ही धोखा दिया फिर दूसरी नौकरी में थोड़ा गवन करा। थोड़े दिन घर बैठने के बाद वापस नौकरी लगी। यह नौकरी काफी अच्छी थी। किसी अपने की सिफारिश से लगी थी । उसके बाद में उसकी शादी हो गई।
थोड़े दिनों बाद उसकी महानगर में बदली हो गई। वह अपनी परिवार को लेकर वहां चला गया।
वहां की चकाचौंध को देख कर के वह इतना अंधा हो गया कि, उसने अपनी इतनी अच्छी नौकरी होते हुए कुछ गलत लोगों के साथ में हाथ मिला लिया । और बार होटल का धंधा चालू करा ।
जब पैसा ज्यादा आता है, तो साथ में प्रदूषण भी लेकर आता है । उसके साथ भी ऐसा ही हुआ।
उसकी बीवी को भी उसका पैसा पसंद आता था। उसने भी उसको ज्यादा बोला नहीं। घर वालों की तो आजकल सुनता ही कौन है। ज्यादा पैसा आने से उसके बच्चे ने भी पढ़ाई नहीं करी ।और वह बिल्कुल अपने हेल्थ से सब तरफ से केयर लेस ,खूब अनाप-शनाप खर्चा, अनाप-शनाप ढंग से रहना ।
यह सब चलता रहा कि अचानक एक दिन गवर्नमेंट की तवाई आ गयी। उसके चलते उनके होटल का बिजनेस ,बार का बिजनेस सब ठप हो गया । इसी बीच में जिस जगह और नौकरी कर रहा था। उन लोगों को उसकी करतूतें पता लगी, उन लोगों ने उसको नौकरी से निकाल दिया। हालत इतनी खराब हो गई कि टेंशन ही टेंशन में कि एक तो पैसा बचाया नहीं था।
दूसरा खर्चा इतना अनाप-शनाप हो रहा था। तीसरा बहुत ही अव्यवस्थित लाइफस्टाइल के चलते पति पत्नी दोनों एक तो बहुत मोटे हो गए। बहुत सारी बीमारियों से घिर गए और 1 दिन इतना टेंशन आया कि उसको पैरालिसिस हो गया और दिन बहुत ही मुश्किल से कटने लगे।
तो यह देखा आपने उसकी मिसेज भी बहुत ही बीमार रहने लगी। बच्चे ने भी पढ़ाई नहीं करी थी। इसलिए उसको कोई भी ढंग का काम नहीं मिल रहा था ।तो देखा आपने लापरवाही का नतीजा ढंग से जॉब करी होती ढंग से जिया होता तो यह स्थिति नहीं आती। कि आजीविका चलाने की मुश्किल हो गई।
इन लोगों को अपनी लापरवाही की कितनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी ।जिस समय बहुत पैसा था। बहुत लोग आगे पीछे घूमते थे। और जैसे ही पैसा गया सब आगे पीछे घूमने वाले लोग गायब हो गए।
मगर क्या है अब क्या हो सकता है अब पछताए क्या होत जब चिड़िया चुग गई खेत।
