कुछ खट्टी कुछ मीठी नोक झोंक
कुछ खट्टी कुछ मीठी नोक झोंक
सुनो! तुम्हें देखती हूँ तो मुझे जीने की वजह मिल जाती है। तुम्हारी मुस्कान को देखकर मेरे रोम-रोम में एक लहर सी दौड़ जाती है। मेरे दिल की कली खिल उठती है!
सुनो! क्या यही प्यार है
सुनो! कैसे कहूँ कि हर पल, हर घड़ी, हर समय बस तुम्हारा ही इंतजार रहता है!
अच्छा सुनो ना क्या यही प्यार है
सुनो! आपसे कुछ पूछना है बताओगे। क्या आप हमारी बात का उत्तर दोगे क्या यही प्यार है, दिल कहता है झांकू तुम्हारी आँखों में कभी न छोड़ हाथ तुम्हारा ले अपने हाथ में हाथ बस यूँ ही सदा बना रहे हमारा साथ। डर जाती हूँ कहीं किसी की नजर ना लग जाए हमारे इस बंधन को या यूँ कहूँ कि हमें बीच में तो छोड़ कर नहीं जाओगे। सुन रहे हो ना मैं आपसे कह रही हूँ माना कि कभी- कभी हमारी कुछ खट्टी मीठी नमकीन सी नोक झोंक हो जाती है बस डर जाती हूँ कहीं आप हमें बीच में ही ना छोड़ कर चले जाओ!
सुनो! फिर आप हमारी बात पर भरोसा क्यूँ नहीं करते। हर वक्त ही आप गुस्से में रहते हो क्यूँ नहीं हमारी बात पर विश्वास करते। बात-बात पर कहते हो। जिस दिन मैं मर भी गई ना उस दिन भी आपने यही कहना है चल झूठी अभी मरी नहीं है झूठ बोल रही है। अच्छा सुनो! क्या यही प्यार है
इन आँखों के रास्ते से बस तुम्हारे अन्दर उतराना चाहती हूँ। जब भी तुम्हें देखती हूँ मेरा दिल धड़क उठता है। तुमसे बहुत ज्यादा मोहब्बत करती हूँ। मानो पूरे शरीर में इक लहर सी दौड़ उठती है। कभी मन करें तो आप आजमा के देख लो। दिल क्या आपके लिए जान भी हाजिर है ।
एक बात पूँछू उत्तर दोगे! क्या यही प्यार है
हर पल बस तुमसे मिलने की तमन्ना रहती है। क्या कभी हम मिल पायेंगे या ऐसे ही हम दूर-दूर रहेंगे! जैसे तुम श्याम और मैं तुम्हारी राधा क्या यही प्यार है डर जाती हूँ कहीं कोई आंधी ना आ जाए और हमारा प्यार टूट जाये हम सदा-सदा के लिए अलग हो जाये! मैं बिल्कुल टूट जाऊंगी मेरे जीवन में तुम बिन अंधेरा छा जायेगा ।
कभी-कभी तुम इतनी बेरूखी दिखाते हो ना कुछ कहें ना सुने बगैर ही तुम सामने से चले जाते हो। आँखें नम हो जाती है और मन मेरा भर आता है। नम आँखों से सबको यही कहती हूँ रात में ठीक से सो नहीं पाई इसलिए आँखें लाल है। बस तुम सदा साथ रहना। तुम ही मेरे सबको कुछ तुम्हारे बगैर सच में टूट जाऊंगी।
अच्छा सुनो ना! क्या यही प्यार है

