आ बैल मुझे मार
आ बैल मुझे मार
बात उन दिनों की ..
मैं अपने मायके से सुसराल जा रही थी । रास्ते में हमें एक गांव का ताऊ मिल गया । ताऊजी ने भी कलानौर जाना था और उनके पास जाने के लिए कुछ भी नहीं था ।
हमने ताऊजी को अपने साथ ले लिया । ताऊजी आप कैसे कलानौर पहुंचोगे, आप हमारे साथ चलो आपके पास पैसे नहीं ।रास्ते में आपको परेशानी होगी । चलो! हम जैसे ही कलानौर पहुंचने वाले थे ताऊजी ने अपना शराब का अध्धा निकाला और शराब पीना शुरू कर दिया । मेरे पति ने समझाया भी, " ताऊजी आप अपने घर जाकर शराब पी लेना" । ताऊजी नहीं माने । ऐसे करते हम कलानौर पहुंच गए । वहां ताऊजी की पत्नी उनका इन्तजार कर रही थी । हम जैसे ही ताई जी के पास पहुंचे, ताऊजी को नशे में देखकर ताई जी हमें ही गाली देनी शुरू हो गई । हमने ताऊजी के बारे में बताया भी पर ताई जी ने हमारी पुलिस में रिपोर्ट लिखवा दी !इन्होंने लिफ्ट देकर हमारे सारे पैसे ले लिए और मेरे पति को शराब पिलादी । हमने जैसे-तैसे करके पुलिस वाले को पूरी बात समझाया और हम वहां से घर चले ।पहुंचने से पहले गाड़ी हमारी पेंचर हो गई ।
उस दिन हमारे साथ वही वाली कहावत लागू हो गई आ बैल मुझे मार ...