करवा चौथ
करवा चौथ
सासू मां- नीला बहू, कल करवा चौथ है।
नीला - हां माजी, मैंने सब तैयारी कर ली है।
नीला अगले दिन सुबह 4:00 बजे उठी स्नान किया और सासू मां द्वारा दी गई सरगी को बड़े प्यार से खाया।
हाथों मे मेहंदी लाल सुर्ख रची थी। घर के सभी कार्य जल्दी-जल्दी करके नीला लाल साड़ी में स्कूल के लिए तैयार हो गई ।
नीला- विनोद (पति) आज ऑफिस से जल्दी आ जाना। आज किसी पार्टी में मत चले जाना। और शराब के हाथ मत लगाना।
नीला ने अपनी सासू मां से भी अनुरोध किया कि आज वह विनोद को ठीक से समझा दे।
घर में किसी प्रकार का क्लेश ना हो। विनोद सब सुन रहा था उसने भी मुस्कुरा कर सिर हिला दिया।
शाम हुई नीला ने सभी सुहागिनों के साथ करवा माता की पूजा की, व चांद भी समय पर निकल आया। सभी सुहागनों ने चांद को और पति को देखकर अपना व्रत खोला।
हाथों में पूजा की थाली
आई रात सुहागो वाली
नीला उदास आंखों से दरवाजे की तरफ निहार रही थी। कब विनोद आए,अब उसके सब्र का बांध टूटने लगा था। उसने विनोद को फोन किया।
नीला- विनोद कहां हो। जहां पर भी हो मैं आ रही हूं। विनोद नशे में था उसे लगा शायद नीला मजाक कर रही होगी। लेकिन नीला ने भी आज ठान लिया था कि वह विनोद को सबक सिखा कर रहेगी। नहीं तो आगे से वह कभी करवा चौथ नहीं करेगी।
नीला पढ़ी-लिखी सबला नारी थी। उसका और विनोद का प्रेम विवाह था अतः वह अपने परिवार से पहले ही दूर हो चुकी थी। नीला ने करवा चौथ का व्रत अपने पति की लंबी आयु के लिए किया था पर जब विनोद ही अपना दुश्मन है तो मेरा व्रत कैसे सफल होगा।
नीला बियर बार गई।
विनोद- नीला
नीला बीयर बार में वेटर से बोली प्लीज गिव मी अ ड्रिंक
विनोद- नीला तुम पागल हो गई हो यह जगह तुम्हारे लायक नहीं है।
नीला- क्यों विनोद आज करवा चौथ हैं और हर स्त्री अपने पति की दीर्घायु के लिए व्रत रखती हैं। और शादी के वचन भी यही होते हैं कि जहां तुम अनुसरण करोगे वहां मैं अनुसरण करूंगी। आज के दिन से बेहतर दिन कौन सा हो सकता है। चलो जिंदगी की नई शुरुआत करते हैं। हम भी बर्बाद होते हैं अपने प्यार को भी बर्बाद करते हैं।
वह विनोद के साथ ड्रिंक लेने की जिद करने लगी।
विनोद नीला से बहुत प्यार करता था उसे पता था कि यह अच्छा नहीं है। उसने अपनी बेटी का भी नीला को वास्ता दिया।
अंत में विनोद ने अपनी गलती स्वीकार कर ली और हमेशा के लिए नीला को अपना आठवां वचन शराब न पीने का दिया नीला का करवा चौथ का व्रत सफल हो गया।