आँखें बद कर माँ को श्रद्धांजलि अर्पित की, उसकी आँखें आँसुओं से भर गईं। आँखें बद कर माँ को श्रद्धांजलि अर्पित की, उसकी आँखें आँसुओं से भर गईं।
सभी लोग मानी जलपरी के मंदिर आकर उनसे प्रार्थना कर अपनी मन्नत पूरी पाते व खुश होते। सभी लोग मानी जलपरी के मंदिर आकर उनसे प्रार्थना कर अपनी मन्नत पूरी पाते व खुश होत...
दो सिंदूर की व्यवस्था और करने का वचन देना पड़ेगा दो सिंदूर की व्यवस्था और करने का वचन देना पड़ेगा
और यही उसके जीवन चरम और परम सार्थकता है। और यही उसके जीवन चरम और परम सार्थकता है।
गुरुजी को प्रसाद देकर खुशी से कहा कि आपका वचन सही हुआ ,मेरा बेटा डी एम बन गया। गुरुजी को प्रसाद देकर खुशी से कहा कि आपका वचन सही हुआ ,मेरा बेटा डी एम बन गया।
उसका भाई किसी भी परेशानी में और जीवन के हर मोड़ पर सहायता करेगा उसका भाई किसी भी परेशानी में और जीवन के हर मोड़ पर सहायता करेगा