"किसान बनल बा "
"किसान बनल बा "
बड़ा ही खुशी का माहौल है..बाबू जी पूरा मोहल्ला घूम घूम के मिठाई बाँटे हैं..बड़का भैया तो द्वि ठो दिन से नागिन डाँसे किए जा रहा हैं।
भंग चढ़ा-चढ़ा के माहौल रंगीन हो रहा हैं।
ए शरा रा रा रा रा रा.....बड़ा बॉक्सवा लगा के जो तनिक भोजपुरी गाना लगाए हैं...छुटका टॉप मारा हैं पूरा जिला में अव्वल आया हैं बारहवीं में....
"ए सीना चौड़ा कर दिए लला...जियो राजा जियो।"
जो भी देखे तो वाहा - वाही करें भैया पूत हो तो ऐसा....खैर बुलाए हैं मिश्रा जी के बड़े बेटे को पूछने खातिर की भैया अब आगे का करिलबा ??
बेचन भैया नाम हैं उनका...
आए तो पूछे
-- "अबे तुम का करना चाहते हो बे छोटे? "
छोटा थोड़ा सकुचाया पर बोला कुछ नहीं...बाबू जी बोल पड़े --
"हम तो सोच रहे हैं डॉक्टर बने"...
"डॉक्टर ???? "
बेचन भैया आँखे सिकोड़ के बोले
" ना ताया जी..लड़के का जिंदगी खराब करिएगा क्या?? ....सीट मिलना आसान हैं क्या? हमरी मानो तो अग्रिकल्चर में कुछ करो....अगर प्रोफेसर बने तो लाखो कमाओगे..वैज्ञानिक बने तो फिर तो कोई काम ही नहीं ......स्टूडेंट बने तो हजारों का स्कॉलरशिप...कॉम्पोनी में गए तो वारे न्यारे...मतलब लाइफ सेट....का छोटे का कहते हो ? ""
बाबू जी बड़ा ही खुश मतलब नतमस्तक हो गए भैया....मिश्रा जी के लड़के के आगे
" का छोटे का कहते हो अग्रिकल्चर?"
छोटा शरमाया और हाँ में सर हिला दिया...सब खुश जैसे बहुत टाइम बाद लड़की ने शादी के लिए हाँ बोला हो....
"बाबू जी अग्रिकल्चर तो करना हैं....पर खेती किसानी करनी हैं पढ़ लिख के किसान बनेंगे..."
"ए साला मारेंगे ना...टेटवा दबा देंगे.....तुम तो निकलो बे साले बेचन....लड़का को बिगड़ोगे हमारे.....किसान बनाओगे...आत्महत्या कारवाओगे?...."
और जूता निकाल के जो मारे हैं बेचन को....