काबिलियत के रंग
काबिलियत के रंग
लड़की और इतना काला रंग, हे भगवान ! कौन शादी करेगा ?
दादी सिर पीट रही थी पर मां और पिता जी की मैं राजकुमारी ही थी। दुनिया रंग पर तरह तरह की बात करती पर मां, पिता जी मेरे आत्मविश्वास को नहीं टूटने देते। दुनिया है वो तो चांद में भी दाग ही देखती है। तू ध्यान मत दे, पढ़ाई कर खूब।
पढ़कर शहर आई तो देखा डार्क ब्यूटी के भी कद्रदान है माॅडलिगं में कदम रखा। फोटोग्राफी सीखी और दुनिया पर छा गयी। ये उन रंग पर बोलने वालों के एक तमाचा था।