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VIPIN KUMAR TYAGI

Inspirational

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VIPIN KUMAR TYAGI

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जिंदगी जीने का नाम

जिंदगी जीने का नाम

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एक गरीब परिवार झोंपड़ी में रहता था उस परिवार में एक बेटा, एक बेटी और मम्मी पापा रहते थे वह परिवार मजदूरी कर जीवन यापन करता था अचानक मजदूर की पत्नी बीमार पड़ गई, उसने देखा कि घर में पैसे नहीं है वह उसे उसके घर छोड़ आया घर में केवल बेटा बेटी रह गएबेटी पास के सरकारी स्कूल में पढ़ने जाती थी और वह पढ़ाई में तेज थी लेकिन बेटा बिल्कुल नहीं पढ़ता था, वह झोंपड़ी के बच्चों के साथ खेलता रहता था अचानक मजदूर ने अपनी दूसरी शादी कर ली लड़की की जिंदगी में अचानक बदलाव आ गया सौतेली मां नहीं चाहती थी कि लड़की पढ़े वह चाहती थी कि लड़की घर में काम करे तथा दूसरों के घर में काम करके पैसे कमाए, लेकिन लड़की पढ़ना चाहती थी अतः उस लड़की के सामने समस्या आई उसने बचपन में ही कठोर निर्णय ले लिया वह अलग झोंपड़ी में रहने लगी तथा छोटे बच्चों को पढ़ाकर पैसे कमाने लगी तथा अपनी पढ़ाई भी करने लगी इस प्रकार से उसने पढ़ाई जारी रखी तथा अपना खर्चा भी चलाने लगी, इस प्रकार से उसने पढ़ते हुए कक्षा 10 अच्छे अंकों से पास की तथा कक्षा 12 भी अच्छे अंकों से पास की बाद में उसने विश्व विद्यालय में प्रवेश लिया और उसमें भी उसने ग्रेजुएशन अच्छे अंकों से पास की इस प्रकार से उसने पढ़ाई के साथ साथ कंपीटिशन की भी तैयारी जारी राखी, उसकी जिंदगी एक संघर्ष भरी थी उसे ट्यूशन पढ़ाकर अपना खर्च भी निकालना होता था अपनी पढ़ाई भी उसे करनी होती थी इस प्रकार से उसने सोचा कि क्यों न उसे सिविल सर्विस की तैयारी करनी चाहिए, उसने अच्छी तैयारी की लेकिन वह उस परीक्षा को पास नहीं कर पाई उसे निराशा मिली लेकिन उसने पाया कि संघर्ष के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है उसने संघर्ष जारी रखा और अगले वर्ष उसने फिर परीक्षा की तैयारी की परीक्षा दी और पास हो गई उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा वह सिविल सर्विस की परीक्षा पास कर आईएएस बन गई उसने ट्रेनिंग पूरी की तथा अपनी ड्यूटी ज्वाइन की, तब तक उसकी मां तो बीमारी के कारण मर चुकी थी लेकिन उसने अपने पिता व सौतेली मां तथा भाई को साथ रख लिया और अपने भाई को भी ट्रेनिंग कराकर नौकरी दिलवा दी वह परिवार अब अच्छी जिंदगी जीने लगा। इस कहानी में इस लड़की के संघर्ष से हम सभी को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है क्योंकि गरीबी, खराब स्थिति व अनेक बाधाओं के बावजूद उसने वो मुकाम पाया जिसे अच्छे से अच्छे बच्चे भी नहीं पा पाते है यह कहानी हम सभी को प्रेरणा देती है कि यदि हम संघर्ष करें तो हम अपने मुकाम को पा सकते है



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