जीवन पथ
जीवन पथ
एक ओर सौम्या के छोटे छोटे बच्चे जहां सावन की इस पहली बारिश को देख खुशी से चहक उठे थे।तो वहीं बीते सावन में अपने पति के साथ बिताए उन खुशनुमा पलो को याद कर खुद सौम्या भी अपनी आंखे भिगो चुकी थी क्योंकि उसके पति की अभी कुछ ही महीनों पहले एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी।यही सब सोचते हुए अब सौम्या की नजर घर के गार्डन में लगे एक गुलाब के पौधे पर पड़ी।जिसमे अब फूल आ चुके थे।उन फूलों को देखकर आज उसे अनायास याद आया, कि पिछले साल कितनी खुशी से उसके पति ने इसे घर के गार्डन में लगाया था।
और लगाते हुए यह बताया भी था। कि फूलों में सबसे प्रिय उन्हें गुलाब ही लगता है,सौम्या के कारण पूछने पर उसने कहा था।कि गुलाब का फूल कांटो के बीच खिलकर मानो हमें ये संदेश देता है कि जीवन मे परिस्थितियां चाहे कितनी ही विपरीत क्यूँ न हो हमें सदैव मुस्कुराते ही रहना चाहिये।फिर पति की कही बात को याद कर अब सौम्या ने अपनी हथेलियों से अपने आंसू पोंछ लिये।