जेब ही नहीं दिल भी बड़ा होना चाहिए !
जेब ही नहीं दिल भी बड़ा होना चाहिए !
"दीवाली पर अच्छे ऑफर मिल रहे हैं। नया रेफ्रीजिरेटर ले लेते हैं। सभी ई-कॉमर्स पोर्टल कुछ न कुछ ऑफर दे रहे हैं। ",मैंने अपने पति संकेत से कहा।
"हाँ,तुम सही कह रही हो। आज ही कोई अच्छा सा रेफ्रीजिरेटर आर्डर कर देता हूँ। लेकिन पुराने फ्रिज का क्या करोगी ?", संकेत ने पूछा।
"अरे, मीनू को दो -तीन हज़ार रूपये में बेच दूँगी। बेचारा नया रेफ्रीजिरेटर तो नहीं खरीद सकती। ", मैंने मुस्कुराते हुए कहा।
"इस पुराने रेफ्रीजिरेटर के उस बेचारी से दो -तीन हज़ार रूपये लेकर क्या करोगी ? दिवाली के अवसर पर ऐसे ही दे दो । दो -तीन हज़ार रूपये से हमें कुछ ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा,लेकिन उसके लिए तो दो -तीन हज़ार रूपये भी बहुत ज्यादा हैं । हमने तो वैसे भी रेफ्रीजिरेटर इतने दिन काम में ले भी तो लिया। ",संकेत ने मेरे मनसूबों पर पानी फेरने की कोशिश करते हुए कहा।
"अरे नहीं, अगर एक्सचेंज ऑफर में देते तो इससे ज्यादा ही डिस्काउंट मिल जाता। वैसे भी दीवाली की सफाई में बहुत सारे अच्छे और पुराने कपड़े निकलेंगे। वह भी तो उसे ही दूँगी। अपने वेतन से तो वह,वैसे कपड़े कभी खरीद भी नहीं सकती। ", मैंने कहा।
"फिर,पुराने कपड़ों के साथ मीनू और उसके परिवार वालों के लिए दीवाली पर पहनने के लिए नए कपड़े भी खरीद लेना। जब हम अपने लिए दिवाली की मिठाई खरीदेंगे ;तब उसके लिए भी एक डिब्बा खरीद देंगे। ",संकेत ने कहा।
"तुम अपनी सलाह अपने पास रखो। घर का मामला मुझे ही देखने दो। तुम तो रेफ्रीजिरेटर आर्डर कर दो। दीवाली के बाद जब वो आएगी ;तब बची हुई मिठाई दे देंगे। कुकर ने सीटी दे दी है। ", मैं ऐसा कहकर उठकर किचन में चली गयी थी।
संकेत ने रेफ्रीजिरेटर आर्डर कर दिया था और नया रेफ्रीजिरेटर आ भी गया था। अब पुराना रेफ्रीजिरेटर मैं जल्द से जल्द मीनू को दे देना चाहती थी।
दिवाली की सफाई पर कपड़े और कुछ पुराने बर्तन,डब्बे आदि सभी मैंने छाँटकर अलग कर दिए थे।
"मीनू, ये दीवाली की सफाई में कुछ पुराने कपड़े,बर्तन,डिब्बे आदि निकाले है। जो तुम्हारे काम आये वो तुम रख लेना ;बाकी तुम अपने गांव में जरूरतमंदों को ले जाकर बाँट देना। " मैंने कहा।
" जी दीदी, दे दीजियेगा। दीदी ३०००/- मेरी बचत जो आपके पास जमा है,उसमें से दे दीजिये। "
" क्यों ? वो तो तुमने अपने गांव वाले घर की मरम्मत के लिए रखे हैं और दीवाली के लिए तो तुम्हे सैलरी दे ही दी है। "
"वो दीदी क्या है न मेरे गांव के बच्चे स्कूल जाते हैं, उनके पास बैग नहीं है। मैं बच्चों के लिए बैग खरीदकर ले जाऊंगी। "
मैं पुराने कपड़े मीनू को देकर खुद और उससे पुराने रेफ्रीजिरेटर के पैसे लेने की सोचकर खुद को बड़ा महान समझ रही थी। लेकिन मीनू की सोच ने मुझे अपनी ही नज़रों में छोटा बना दिया था।
"मीनू,यह रेफ्रीजिरेटर भी ले जाना। ",मैंने कहा।
"दीदी,पैसे मेरे वेतन से थोड़ा -थोड़ा करके काट लेना। ",मीनू ने कहा।
"नहीं,ऐसे ही ले जाना। ", मैंने कहा।
"दीदी,दिवाली के २-४ दिन बाद आकर ले जाऊँगी। ",मीनू ने कहा
"ठीक है,मीनू। ",मैंने कहा।
नया रेफ्रीजिरेटर इंस्टाल और जांच करने के लिए आये कंपनी के प्रतिनिधि ने पुराने रेफ्रीजिरेटर को देखकर बताया कि," इस रेफ्रीजिरेटर का समय पूरा हो गया,अब तो यह कभी भी खराब हो सकता है । कंपनी वाले तो इसके १०००/- से ज्यादा नहीं देंगे।"
प्रतिनिधि की बात सुनकर संकेत मेरी और देखने लगे। उसके जाने के बाद संकेत ने कहा कि," सुना,अगर तुम मीनू को रेफ्रीजिरेटर बेचती और खराब हो जाता तो तुम्हें कितनी बद्दुआ मिलती। "
"तुम सही कह रहे हो। अब बाज़ार चलो मीनू और उसके परिवार के लिए दिवाली के नए कपड़े और मिठाई खरीद लाएं। कल उसके घर जाकर ही देकर आऊँगी। "मैंने कहा।
"चलो,तैयार हो जाओ। ",संकेत ने कहा।
"हम अपने जीवन के स्तम्भ लोगों को सबसे कम महत्व देते हैं। अपनी पुरानी और उपयोग की हुई चीज़ीं उन्हें देकर अपने आपको महान समझने लग जाते हैं। अपनी महानता दिखाने के लिए उन्हें हीन दर्शाने का एक भी मौका नहीं छोड़ते। ",मैं तैयार होते हुए सोच रही थी।
