हाइवे का धोखा-छलावा
हाइवे का धोखा-छलावा


चारों तरफ अंधेरा ही अंधेरा ही था।आमवस्या की रात थी।"नयन तेजी से गाड़ी चलाये जा रहा था।रोमा उसे बोल रही थी कि पहुँच जाएंगे ना। इतनी जल्दी क्या है।नयन ने कहा कि अभी कुछ नहीं बताऊँगा, घर चलो फिर इस रास्ते की कहानी बताऊँगा।लेकिन रोमा ने ज़िद्द पकड़ ली मुझे जानना है। क्या है इस हाईवे का सच।नयन ने रोमा को कहा कि "बस इतना जान लो कि इस रास्ते में जो दिखता है वो सच नहीं इक छलावा होता हैं।इसलिए हमें ध्यान देना है कि कोई भी कितना भी जरूरतमंद क्यों ना हो। हम कार से नहीं उतरेंगे।"
"ठीक है नयन।"
तभी अचानक गाड़ी के सामने बदहवास सी एक लड़की टकराई।गाड़ी के शीशे पर हाथ दिखाने लगी।उसकी हालत बहुत खराब लग रही थी और उसके कपड़े भी फटे हुए से थे।नयन ने रोमा को कहा "ये हमारी आँखों का धोखा हैं। तुम ध्यान मत दो।"रोमा गुस्से में बोली "ये लड़की मुसीबत में हैं। तुम कैसी बात कर रहे हो।"
"मैं सही बोल रहा हूँ। ये लड़की हमारी आँखों का धोखा है। तुम बात को समझो। हम अगर गाड़ी से उतर गए तो हमारी जान को खतरा है। मैंने इस जगह के बारे में दादी से बहुत सी कहानियाँ सुनी हैं।" नयन ने रोमा को समझाते हुए कहा।
"वो सब मुझे नहीं सुनना। तुम नहीं जा रहे हो तो मैं जा रही हूँ उस लड़की की मदद करने।" गुस्से में बोलती हुई रोमा गाड़ी से उतर गयी।गाड़ी से बाहर निकलते ही वो लड़की गायब हो गयी।नयन ने कहा रोमा "जल्दी अंदर आओ", लेकिन तब तक रोमा को किसी ने दूर धकेल दिया।आगे देखा तो वो लड़की हँस रही थी।रोमा उठ नहीं पा रही थी, इधर नयन गाड़ी से निकल नहीं पा रहा था। लग रहा था कि कोई बाहर से गाड़ी को जोर से दबोचे हुए हैं।
अब नयन का दिमाग काम नहीं कर रहा था कि क्या करे। रोमा रोते हुए नयन को पुकारे जा रही थी।तभी नयन को याद आया कि दादी ने उसे बताया था कि जब भी ऐसा कुछ हादसा हो। जब हम कुछ नहीं कर सके तो भगवान को याद करना चाहिए। उसने तुरंत अपना फोन निकला और महा मृत्युजंय मंत्र लगा दिया। फिर भगवान को याद करके जोर से गाड़ी की डोर को धक्का दिया। उसे लगा कि जैसे दादी उसके पास खड़ी है।वो जल्दी से बाहर निकला और रोमा पास जाने लगा।जैसे जैसे वो रोमा पास जा रहा था, रोमा दूर होते जा रही थी। तभी रोमा को लगा किसी ने उसके कानों में कहा अपने मंगलसूत्र को प्रणाम करो और हनुमान चालीसा का जाप करो।रोमा ने वैसा ही किया। अब वो धीरे धीरे नयन के पास जा रही थी। दोनों एक दूसरे के पास पहुँचे।रोमा रोते हुए नयन से माफी मांगी।नयन ने कहा "अब जल्दी से चलो यहाँ से।"
दोनों गाड़ी में बैठे। भगवान का जाप करते करते दोनों उस हाइवे से बाहर निकल गए।नयन ने पीछे देखा तो दादी खड़ी मुस्कुरा रही थी।