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Pratima Gupta

Drama Others

4  

Pratima Gupta

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मुश्किलों से डरना नहीं

मुश्किलों से डरना नहीं

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कैसे बिना डरे... डीसी सर के सामने सब कुछ बोल दिया।

कॉलेज में पढ़ने वाली सभी लड़कियों ने एक स्वर में रूही की प्रशंसा की।

आँखों में डॉक्टर बनने का ख्वाब लिए रूही 2 महीने पहले ही कॉलेज की पढ़ाई करने गांव से शहर आयी है। आत्मविश्वासी लड़की रूही किसी से नहीं डरती।जहाँ भी गलत देखती तुरन्त बोल देती है। उसका कहना है कि मैं गलत होते हुए नहीं देख सकती और ना ही गलत का साथ दे सकती हूँ।

रूही अपने स्वभाव के कारण जल्द ही लड़कियों में लोकप्रिय हो गयी । वो पढ़ने में तेज थी इसलिए टीचर भी उससे खुश रहते थे।

अचानक एक दिन लड़कियों के हॉस्टल की पीछे की चारहदिवारी टूट गयी। जिससे अनावश्यक रूप से बाहरी लड़के घुसने लगे। शुरू-शुरू में तो गॉर्ड के डांटने पर उन लोगों ने घुसना बंद कर दिया, लेकिन कुछ दिनों बाद फिर से लड़कों का जामवड़ा होने लगा।

अब सुरक्षा को लेकर लड़कियों को चिंता होने लगी।

एक दिन तो हद हो गयी। टूटी दीवार से कुछ मनचले लड़के घुस कर रात में लड़कियों के हॉस्टल में घुस गए और खूब फब्तियां कसने लगे।

दूसरे दिन रूही ने कहा अब बहुत हो गया। चलो हम सब साथ में प्रिंसिपल मैडम से शिकायत करेंगे, लेकिन दुबे मैडम ने उन्हें जाने से रोक दिया कहा कि मैं खुद बात करती हूँ। देखते देखते 3-4 दिन हो गए। लड़कों का अनावश्यक प्रवेश बढ़ता ही रहा।

2 दिनों बाद कॉलेज में सांस्कृतिक कार्यक्रम था, उसमें शहर के डीसी मुख्य अतिथि के रूप में आने वाले थे।

रूही को जैसे ही ये बात पता चली उसने मन ही मन सोच लिया था कि उसे क्या करना है।

सुबह 11 बजे डीसी कॉलेज पहुँच गए, स्वागत गान हुआ, मुख्य अतिथि का सम्मान हुआ। अब बोलने के लिए डीसी सर मंच पर आए। उन्होंने लड़कियों के लिए चलाए जा रही योजनाओं के बारे में सभी को बताया। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की समस्या होने पर कॉलेज की लड़कियां उनसे बात कर सकती हैं। लड़कियों की सुरक्षा के लिए उन्होंने जल्द ही एक हेल्पलाइन न. जारी करने की बात कही।

इसी बीच रूही ने कहा सर मुझे आपसे कुछ कहना है।हमारे कॉलेज में कुछ ठीक नहीं हो रहा है। सब उसकी तरफ देखने लगे। दुबे मैडम ने उसे चुप कराने की कोशिश की, लेकिन उसने सबके सामने बोला कि मैडम आप खुद कुछ नहीं कर रही। हमें सर से बात करने दीजिए।

बात बढ़ता देख कर डीसी सर और प्रिंसिपल मैडम ने रूही को अपने पास बुलाया और समस्या पूछी। रूही ने पूरी बात बतायी कि कैसे कुछ दिनों से टूटे हुए दीवार से बाहरी लड़के घुस कर लड़कियों को परेशान कर रहे हैं और गॉर्ड के साथ भी उन लड़कों ने गलत व्यवहार किया है। रूही ने बिना डरे ये भी बता दिया कि उन सब ने पहले भी दुबे मैडम को सब बताया था, लेकिन उन्होंने प्रिंसिपल मैडम के पास नहीं जाने दिया था।

डीसी सर ने बिना डरे बोलने के लिए रूही को सम्मनित किया।उन्होंने कहा कि "रूही की तरह हर इक लड़की को गलत के खिलाफ़ आवाज़ उठाना चाहिए।"

उन्होंने कॉलेज में घुसने वाले लड़कों के खिलाफ़ मामला दर्ज कराने का आदेश दिया।वहीं प्रिंसिपल मैम ने दुबे मैडम को 3 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया।


दूसरे दिन से ही टूटी दीवार को जोड़ने का काम शुरू हो गया। हॉस्टल में रहनेवाली सभी लड़कियों ने रूही की खूब तारीफ की और उसे धन्यवाद देते हुए कहा कि "अब हम भी चुप नहीं रहेंगे और तुम्हारी तरह सच बोलने ही हिम्मत दिखाएँगे।"



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