दसवाँ दिन
दसवाँ दिन


प्रिय डायरी 3/4/20
दसवाँ दिन
दसवाँ दिन शुरू हुआ हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी के संदेश के साथ.....
पहले से ही तरह तरह के कयास लगाए जा रहे थे कि प्रधानमंत्री जी ये कहेंगे-वो कहेंगे....
पर सारे कयास झूठे निकले । ज्यादा कुछ न कहते हुए उन्होंने बस उन्होंने सबको उनकी कोशिशों के लिए धन्यवाद किया । अपना संयम और हौसला बनाये रखने की अपील की के साथ ये भी कहा कि 5/4/20 रविवार को नौ बजे नौ मिनट के लिए अपनी बॉलकनी या बाहर दरवाजे पर दिया, मोमबत्ती, टॉर्च या फोन की फ़्लैश लाइट ही जलायें ।
...अभी मोदी जी का संदेश ख़त्म भी नहीं हुआ होगा की सोशल मीडिया पर लोगों के टैलेंट उभर उभर कर आने लगे...वाद - विवाद शुरू हो गया...कोई पक्ष में तो कोई विपक्ष में...मीम्स आने शुरू हो गए...मोदी जी ने भले न सोचा होगा पर हमारे ज्योतिष भाइयों ने जाने कैसे इसे मंगल ग्रह से जोड़ दिया...... उफ्फ्फ..किसी भी तरह के टैलेंट की कोई कमी नहीं है....
मेरे हिसाब से तो मोदी जी बस सकारात्मकता फैलाना चाहते थे...लोगों का हौसला बनाए रखना चाहते थे....ये एहसास दिलाना चाहते थे कि हम साथ साथ हैं.... कोई अकेला नहीं.... अलग रह कर भी सब साथ लड़ रहे हैं..एक उद्देश्य के साथ ..एक मंजिल की ओर...एक मकसद के लिए......
पर लोगों का क्या...सब बाल की खाल निकलने के लिए लगे पड़े है....खाली समय का बढ़िया टाइम पास मिला और ज़ारी रहेगा रविवार रात तक.....
ख़ैर.... बाकी सब तो बिना किसी ज्यादा परिवर्तन के लिए चलता रहा...कोरोना अभी भी अपना जाल फैला रहा है.....इसपर लगाम कब लगेगी इसी का इंतजार है......