दिल हैं हमारा खिलौना नहीं.10
दिल हैं हमारा खिलौना नहीं.10
अगले दिन.....
सिम का इंतजाम होतें ही स्वाति ने इंटरनेशनल नंबर पर फोन लगाने शुरू कर दिए...।
लेकिन किसी नंबर से भी कोई संतुष्टि वाला जवाब नहीं मिल रहा था..।
नंबर लगाते लगाते.. एक पन्ने पर स्वाति की नजर गई.... उसमें लिली नाम से कोई एड्रेस लिखी हुई थी.... और उसके नीचे दो नंबर भी लिखें हुए थे..।
स्वाति ने एक नंबर पर फोन किया पर नहीं लगा... उसने दूसरा नंबर लगाया पर किसी ने उठाया नहीं....।
बहुत कोशिश के बावजूद भी उनके हाथ कुछ नहीं लगा...।
हिम्मत अब जवाब देने लगी थीं... सभी बहुत उदास और हताश हो गए....। रेणु.... अपनी किस्मत का रोना रोते हुए वहाँ से चलीं गई...।
उसके जाने से स्वाति और मनीष भी बहुत परेशान हो गए...।
रेणु के जाने के थोड़ी ही देर बाद...उसी मोबाइल पर लिली का फोन आया..।
(लिली और स्वाति के बीच हुई वार्तालाप को हिंदी में लिख रहीं हूँ...ताकि पाठकों को आसानी हो)
लिली :- कौन बात कर रहा हैं..?
स्वाति :- हैलो... मैं रश्मि... इंडिया से...। आप कौन..?
लिली :- रश्मि.. कौन रश्मि..? मैं किसी रश्मि को नहीं जानती..।
स्वाति :- लेकिन मुझे तो ये नंबर राज ने दिया था.. कहा था कभी कोई इमरजेंसी हो तो इस नंबर पर फोन कर देना..।
लिली :- राज ने... कौन राज...।
स्वाति :- राज... वर्मा.. आपके साथ ही तो काम करता हैं..। यहाँ इंडिया में तो सबको यहीं कहा हैं उसने..।
लिली :- देखिए... आपको कोई गलतफहमी हुई हैं... वो मेरे साथ कोई काम नहीं करता..।
रश्मि :- लेकिन आप उसको जानती तो हैं ना तो आप प्लीज... एक बार मेरी उससे बात करवा दिजिए... बहुत इमरजेंसी हैं... मैं कितने दिनों से उसको फोन लगा रहीं हूँ... मेरा फोन ही नहीं उठा रहा हैं..।
लिली कुछ देर बाद :- वो अभी यहाँ नहीं हैं... आएगा तो मैं मैसेज दे दुंगी..। वैसे इंडिया में कहाँ से हैं आप.... और राज कौन लगता हैं आपका...?
स्वाति :- इंडिया में दिल्ली से... वो पति हैं मेरा..।
लिली आश्चर्य से :- व्हाट.... पति..?
स्वाति :- हां.. इसमें इतना हैरान होने वाली कौनसी बात हैं..। दो साल हो गए हमारी शादी को..।
लिली हैरान होते हुए:- दो साल... ..।
स्वाति :- हां.... राज ने बताया नहीं आपको.. !
लिली :- हां... हां... वो पता हैं.... पता हैं...। वो आएगा तो फोन करवा दुंगी..। ओके... बाय...।
लिली ने ऐसा कहकर फोन रख दिया और गुस्से से आग बबुला होकर राज के पास गई.... जो दूसरे कमरे में सो रहा था..।
स्वाति :- मनीष लगता हैं... ये वो ही लड़की हैं..।
मनीष :- तुम इतने कान्फिडेंस से कैसे कह सकतीं हो..।
स्वाति :- उसके बात करने के अंदाज से ओर जिस तरह से वो शादी की बात से हैरान हो रहीं थीं... उस तरह से मैं श्योर हूँ.. । अब प्लान नंबर दो की बारी..। उसका इंतजाम कर दिया हैं ना तुने..।
मनीष :- हां डियर...अगर तुम सही हो तो राज जरूर पता चलते ही रेणु या फिर अपने पेरेंट्स को फोन जरूर करेगा..। वहाँ से हमें क्लु मिल जाएगा..।
तभी मनीष को रितिक का फोन आया..।
रितिक :- हैलो मनीष... कहाँ हैं यार तू..।
मनीष :- मैं कहाँ होऊंगा यार..। अपने घर हूँ..।
रितिक :- सुन मैं वहाँ आ रहा हूँ... लेकिन मैं अभी घर नहीं जा रहा...। तुझसे मिलना हैं..। तू मेरे वहाँ रुकने के लिए कोई हाटेल बुक करवा सकता हैं क्या..?
मनीष घबरा कर :- यहाँ आ रहा हैं... अचानक... क्या हुआ... सब ठीक तो हैं..।
रितिक :- वो सब मिलकर बताउँगा... तू कोई कमरा बुक कर दे यार..।
मनीष :- लेकिन रितिक... घर के होते हुए तू हाटेल में क्यूँ...। बात क्या हैं यार..!
रितिक :- फोन पर कुछ नहीं बता सकता.. बस तेरे अलावा फिलहाल किसी को कुछ बताना मत...। मैं शाम तक वहाँ पहुँच जाउंगा... तू बस प्लीज रहने का इंतजाम करवा दे..।
मनीष :- ठीक हैं.. मै कर दुंगा... और तुझे लेने भी आ जाउंगा.. तु पहुँच कर मुझे फोन करना..।
रितिक :- ओके.. थैंक्स यार..। बाय,.।
फोन कट होते ही..।
स्वाति घबराकर :- क्या हुआ रितिक को... सब ठीक तो हैं..!
मनीष :- पता नहीं क्या हुआ हैं.. बहुत परेशान लग रहा हैं..।
स्वाति :- वो ठीक तो हैं ना..!
मनीष :- शाम को आ रहा हैं... फिर पता चले माजरा क्या हैं... ऐसे अचानक यहाँ..। खैर तुम किसी को बताना मत डियर...उसने मना किया हैं..।
स्वाति :- मनीष... मैं भी चलुंगी...।
मनीष :- लेकिन वो तुम्हारे सामने कुछ नहीं बताएगा.. और गुस्सा भी करेगा की तुम्हें क्यूँ लाया साथ में..।
स्वाति :- तुम मत लेकर चलना... बस जहाँ जाओ मुझे बताकर जाना.. मैं खुद आ जाउंगी... और उसे पता नहीं चलने दूंगी.. प्लीज डियर...।
मनीष :- ओके..।
वही दूसरी ओर अमेरिका में.. (वार्तालाप हिंदी में)
लिली :- राज...उठो... जल्दी उठो...।
राज :- क्या हुआ लिली... !
लिली :- राज ये रश्मि कौन हैं..!
राज आंखें मलते हुए :- मुझे क्या पता कौन हैं..!
लिली :- अच्छा.. अब तुम्हें तुम्हारी पत्नी का नाम भी याद नहीं..।
राज आश्चर्य से :- पत्नी... कौन पत्नी..।
लिली :- राज ये सब नाटक मेरे सामने मत करों... सच सच बताओ.. कौन हैं ये रश्मि..?
राज सोचते हुए:- मुझे नहीं पता सच में..।
लिली :- तो इतना घबरा क्यूँ रहें हो..। देखो राज अगर तुमने सच नहीं बताया तो मैं खुद इंडिया जाकर सच का पता लुंगी... मैं उन लड़कियों में से नहीं हूँ जो चुपचाप बैठ जाउंगी..। तुमने मेरे साथ यहाँ पूरे रश्मो से शादी की हैं... अगर तुम्हारीं जिंदगी में मेरे अलावा कोई ओर हुआ तो... तो मैं कुछ भी कर जाउंगी..।
राज घबराकर उसके करीब जाता हैं और लिली को गले लगाकर :- अरे ऐसा कुछ नहीं हैं.. तुम बेवजह शक कर रहीं हो..। अच्छा ये बताओ तुम्हें अचानक से ये हुआ क्या..।
लिली :- किसी रश्मि का फोन आया था इंडिया से... कह रहीं थीं वो तुम्हारी पत्नी हैं..।
राज :- रश्मि... दिल्ली..।
लिली राज से अलग होते हुए:- हां राज..।
राज :- लेकिन उसके पास तुम्हारा नंबर कैसे आया.. ;
लिली :- तुमने ही तो दिया था..। उसने बताया मुझे..।
राज :- लिली तुम कितनी भोली हो.. अगर मैं शादीशुदा होता तो उसे तुम्हारा नंबर क्यूँ देता..। सोचने वाली बात हैं ना.. जरूर किसी ने तुम्हारें साथ मजाक किया होगा..।
लिली :- अरे... हां ये तो मैंने सोचा ही नहीं..। ओहह राज... मैं भी... ना... बेवजह तुम पर शक कर बैठी..। मैं भुल गई की तुम मुझसे कितना प्यार करते हो..।
राज लिली के करीब आकर उसे गले से लगाकर :- बेइंतहा प्यार करता हूँ तुम्हें लिली...। आइ लव यू सो मच..।
लिली :- आइ लव यू टु राज..।
लिली सारी बातें भुलकर राज की बांहों में खो गई... लेकिन राज उस सिचुएशन में भी बस यहीं सोच रहा था... इसे तो समझा दिया.. लेकिन ये रश्मि हैं कौन... मेरा तो इतनी लड़कियों से रिश्ता हो चुका हैं मुझे तो किसी के नाम तो क्या शक्ल तक ठीक से याद नहीं..। कौन हो सकती हैं.. ओर उसे लिली का नंबर कहाँ से मिला...। कहीं रेणु ही तो यह सब नहीं कर रहीं..!
लिली :- क्या हुआ राज.. किस सोच में हो..!
राज :- कुछ नहीं लिली.. बस तुम फिर कभी मुझ पर ऐसे शक मत करना..। मेरा सब कुछ सिर्फ ओर सिर्फ तुम्हारा हैं..।
राज उसके होठों पर किस करते हुए:- मेरा ये किस.. मेरा ये शरीर.. सब कुछ सिर्फ तुम्हारे लिए हैं... आइ लव यू यार..।
लिली और राज दोनों आलिंगन करते हुए चरम सीमा पर पहुँच गए..।
रितिक और रेणु के जीवन में आए उतार चढ़ाव को जानते हैं अगले भाग में..।
जय श्री राम..।