डियर डायरी 25/04/2020
डियर डायरी 25/04/2020


Dear Diary
25/04/2020
आपकी सुबह आशाओं से भरी हुई है क्योंकि मैंने कई बार अपने मन की बात कही, कि लॉक डाउन के दौरान परदेश में फंसे हुए मजदूरों को भी उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था करनी चाहिए और आज हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी ने इस बात को कहा है कि वो पूरे देश में फंसे हुए उत्तर प्रदेश के मजदूरों को वापस लाने की व्यवस्था करेंगे और उनमें से प्रत्येक को ₹1000 की आर्थिक सहायता भी दी जाएगी।
अगर यही काम पहले हो गया होता तो कितना अच्छा होता और इतनी मानसिक पीड़ा से उनको न गुजरना पड़ता। लेकिन सरकार ने इन गरीब मजदूरों की सुध ली, इसके लिए हम सरकार को नमन करते हैं।
लहराने लगी है उम्मीदों की किरण निराश आंखों में।
खिलने लगे हैं पुष्प प्रेम के प्रेमिकाओं के उपवन में..!!
लॉक डाउन को 1 महीने से ऊपर हो चुका है। उद्योग धंधों की कमर टूट गई है। उस पर से सरकारी आदेश है, कि सभी कर्मचारियों को वेतन मिलना चाहिए। लेकिन जब उद्योग बंद है। कर्मचारी काम नहीं कर रहे हैं। उत्पादन नहीं हो रहा है। पैसा नहीं आ रहा है, तो वेतन का भुगतान किस तरह होगा..? इस विषय पर सरकार को सोचना चाहिए और काम करने वाले मजदूरों को राहत पैकेज देना चाहिए। सिर्फ इतना ही नहीं बिजली का भारी भरकम पेमेंट भी उन्हें करना है, जबकि उद्योग बंद है। इसलिए उद्योग बंदी के दौरान बिजली विभाग वालों को फिक्स चार्ज नहीं लेना चाहिए।
उद्योग धंधों का आज पूरे देश में बुरा हाल है
जरूरी है इनकी हर समस्याओं का निराकरण करना
क्योंकि उद्योग धंधे ही इस देश की प्रगति का आधार हैं
रमजान का चाँद दिखा और आज से रोजे की शुरुआत हो गई। इस मुबारक मौके पर सभी मुसलमान भाइयों से अपील की गई है कि मस्जिदों में नमाज़ पढ़ने की बजाय अपने घर पर ही नमाज़ पढ़ें और दूरी बनाकर रखें। लेकिन इस अपील के बावजूद देश के कई राज्यों में लोग नमाज़ पढ़ने मस्जिद में गए और पुलिस द्वारा रोकने पर पथराव किया गया। मुस्लिम भाइयों को सोचना चाहिए, कि ये अपील उन्ही की सुरक्षा के लिए है। इसलिए घर पर ही रह कर इबादत करें और नमाज़ पढ़े।
वह कौन सी जगह है दोस्त, जहां अल्लाह न रहता हो..?
दिल से आप जहां इबादत करें, उसका निवास वहीं है।।