मुझे लेखन में रुचि है, क्योंकि इससे मुझे आर्थिक मदद भी मिलती है और ज़िन्दगी को एक सही दिशा भी मिलती है..
Share with friendsअगर हम अपना दोस्त बना लें, तो फिर ये काला साया हमें कभी परेशान नहीं करेगा
Submitted on 24 Oct, 2020 at 15:28 PM
पैसों के अभाव में शाम को हुए इस हादसे के बाद दूसरे दिन सुबह तक वो तड़पता रहा!
Submitted on 22 Oct, 2020 at 09:55 AM
अजब है इस देश का न्याय, जहां हत्यारों को दस मिनट नहीं लगता किसी मासूम की जान लेने में
Submitted on 22 Oct, 2020 at 09:38 AM
अच्छा हुआ, जो तुम्हारी इस निर्दयता का पता शादी से पहले ही मुझे पता चल गया!
Submitted on 23 Sep, 2020 at 19:22 PM
बड़ा लेखक मैं तब बनुंगा, जब पाठक मेरी रचनाओं को अपने दिल में स्थान देंगे।"
Submitted on 23 Sep, 2020 at 19:06 PM
अगर पाठक रचना को सही तरह से पढ़कर एक स्टार देता है, तो मुझे शिकायत नहीं है।
Submitted on 23 Sep, 2020 at 19:02 PM
सिर्फ 1,000 बचाने के चक्कर में 4,000 का उन्होंने नुकसान कर दिया!
Submitted on 07 Sep, 2020 at 12:01 PM
यहां अपना मकान होने के बावजूद मैं होटल में ठहरा हूं और रोज 1000 खर्च हो रहा है..!"
Submitted on 01 Sep, 2020 at 14:14 PM
खाई में कभी नहीं गिरूँगी और देश के सभी दुश्मनों को ठाएं ठाएं कर दूंगी..!
Submitted on 23 Aug, 2020 at 19:09 PM
जब भी राष्ट्रीय गान हो ध्वज के सम्मान में तुमको खड़ा हो जाना चाहिए!
Submitted on 16 Aug, 2020 at 19:05 PM
देखा बेटा, इस एक रोटी की कीमत? और तूने इस रोटी को यूं ही थाली में फेंक दिया"
Submitted on 08 Aug, 2020 at 03:14 AM
लेकिन तू पी या न पी, पर मेरे को पहले पिला दे और मेरी जवानी में आग लगा दे!
Submitted on 31 Jul, 2020 at 19:26 PM
नहीं मां, आपने कोई गुनाह नहीं किया..! गुनाह तो इसने किया है, जिसकी सजा भी इसे मिल गई
Submitted on 24 Jul, 2020 at 14:39 PM
एक ढाई साल की मासूम बच्ची को तड़पा तड़पा कर मार डाला दरिंदों ने..!
Submitted on 17 Jul, 2020 at 18:39 PM
ड्रेसेस और को-एजूकेशन ही बहुत हद तक ज़िम्मेदार हैं
Submitted on 10 Jul, 2020 at 09:30 AM
बेटा पढ़ने में कमजोर हो तो क्या हुआ, तेरी खूबसूरती में ही तेरा केरियर है
Submitted on 03 Jul, 2020 at 07:31 AM
शायद ज़िन्दगी में पहली बार उसने दिल से मां की आरती की और भजन गाया~
Submitted on 26 Jun, 2020 at 11:22 AM
आपको तो खांसी, बुखार या सांस लेने में कोई तक़लीफ़ तो नहीं है न.
Submitted on 05 Jun, 2020 at 11:32 AM
आकाश के जाते ही रत्नेश ने विभा को अपने सीने से चिपका लिया और उसे किस करने लगा।
Submitted on 22 May, 2020 at 13:08 PM
बाद में सरकारी खर्चे से उन्हें दफ़ना दिया गया..!
Submitted on 15 May, 2020 at 11:05 AM
जिससे मेरे दिल के अरमानों में भी खुशियों के दो फूल खिल जाए..!
Submitted on 08 May, 2020 at 11:33 AM
उनके पैरों में छाले तो पड़ने ही है और उन्हें भूखे भी रहना है..! यही सच है..!
Submitted on 01 May, 2020 at 14:53 PM
मदद तो दूर, लॉक डाउन तोड़ने पर अक्सर पुलिस भी उन्हें कूट देती है !
Submitted on 29 Apr, 2020 at 18:26 PM
आंखों में जो आंसू थे, मजबूरी के और बेबसी के, उन्हें पोछने वाला कोई न था!
Submitted on 29 Apr, 2020 at 17:24 PM
मदद हिफाजत, दवाई और भोजन, ये तुम्हारी बातें फिजूल है।
Submitted on 28 Apr, 2020 at 18:09 PM
लेकिन ऐसे समय में भी यह सरकारी आदमी अपनी तरफ से कुछ भी त्याग करने को तैयार नहीं है
Submitted on 26 Apr, 2020 at 15:59 PM
और जिनमें सेवा की भावना न हो, उन्हें डॉक्टरी करने का कोई अधिकार नहीं।
Submitted on 24 Apr, 2020 at 04:05 AM
कोरोना महामारी ने जिस तरह पूरे विश्व को परेशान कर रखा है,
Submitted on 23 Apr, 2020 at 18:34 PM
लॉकडाउन के पहले जितना पैसा था उनके पास, वो सारे पैसे खत्म हो गए हैं।
Submitted on 22 Apr, 2020 at 09:05 AM
हमारा संविधान कहता है, कि नियम सबके लिए बराबर होने चाहिए
Submitted on 21 Apr, 2020 at 15:16 PM
जिस तरह रुला रहे हो इन गरीबों को, तुम भी एक दिन रोवोगे..!
Submitted on 20 Apr, 2020 at 18:38 PM
आप यह पूरी धनराशि कृपया प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करवा दें।
Submitted on 20 Apr, 2020 at 09:56 AM
कोरोना का विस्तार न हो, इसके लिए हर तरह की कोशिशें की जा रही है।
Submitted on 18 Apr, 2020 at 18:21 PM
घर में ही करेंगे इबादत नमाज। क्यूंकि घर में ही है जन्नत, ख़ुदा का धाम..!!
Submitted on 17 Apr, 2020 at 17:20 PM
जब बचाने वाले ही उसे तड़पाने लगें उसकी जान लेने लगें..!
Submitted on 16 Apr, 2020 at 18:14 PM
एक तो स्कूल से बंक मारने का अपराध, दूसरा चोरी छुपे पिक्चर देखने का अपराध।
Submitted on 15 Apr, 2020 at 12:41 PM
हम लखनऊ वासी अपनी तहजीब को जानते हैं हम लखनऊ वासी आप सभी से प्यार करते हैं..!
Submitted on 14 Apr, 2020 at 12:58 PM
ये मुर्गे प्रदूषण नहीं फैलाते, बल्कि प्रदूषण न फैलाने की शिक्षा देते हैं..
Submitted on 14 Apr, 2020 at 06:22 AM
कोरोना ने हास्यव्यंग की इस महफ़िल को भी लॉक डाउन कर दिया। लखनऊ के लोग आसानी से हारते नहीं।
Submitted on 14 Apr, 2020 at 04:36 AM
मेरे विचार में लॉकडाउन के समय बैंकों में यह पैसा भेजना सही नहीं रहा
Submitted on 13 Apr, 2020 at 07:08 AM
फिर अंधेरा कहीं ना होगा सर्वत्र उजाला ही उजाला होगा..!
Submitted on 12 Apr, 2020 at 06:03 AM
अगर आप पॉजिटिव सोचेंगे, तो आपके चेहरे पर हमेशा मुस्कान रहेगी
Submitted on 11 Apr, 2020 at 19:59 PM
कुछ समय तक अपने परिवार वालों से, दोस्तों से और रिश्ते-नातों से दूरी बनाकर रहे
Submitted on 11 Apr, 2020 at 10:29 AM
घर में रहें, सतर्क रहें, सुरक्षित रहें और कोरोना से बचकर रहें..!
Submitted on 11 Apr, 2020 at 06:47 AM
समझौता गलत है भाई यूँ बच्चों को पास करो न करे बिना पढ़ाई।
Submitted on 10 Apr, 2020 at 06:40 AM
अब भी बहुत से जरूरतमंद लोगों को भोजन नहीं उपलब्ध हो पा रहा है
Submitted on 10 Apr, 2020 at 06:33 AM
हैवान खुद को ही इस धरा का तूने समझ लिया भगवान तू कैसा है इंसान।
Submitted on 10 Apr, 2020 at 06:26 AM
और ईश्वर का नाम भी कोई जपे तो किस तरह जपे क्योंकि इस सच्चाई से तो आप सभी वाकिफ हैं, कि~
Submitted on 09 Apr, 2020 at 17:37 PM
कितनी अच्छी है तू! मेरी बेटी नही है, पर तेरे आने से वो कमी भी पूरी हो गई।
Submitted on 08 Apr, 2020 at 21:14 PM
कल का दिन और अच्छा बीते, ईश्वर का नाम लिया और सो गया।
Submitted on 07 Apr, 2020 at 15:10 PM
जाना है जब खाली हाथ ही, घूसखोरी क्यूं करो..! किसी गरीब की बद्दुआएं,उसकी आहें क्यूं तुम
Submitted on 07 Apr, 2020 at 07:27 AM
क्योंकि स्टोरी मिरर का टारगेट भी पूरा करना था
Submitted on 06 Apr, 2020 at 18:30 PM
दरअसल ये पुराने गाने मेरे लिए टॉनिक का काम करते हैं और मेरी जिंदगी को एक नई दिशा भी देत
Submitted on 05 Apr, 2020 at 10:23 AM
स्टोरी मिरर के लिए एक कविता लिखी। यू ट्यूब में कुछ पुराने गाने सुने,
Submitted on 04 Apr, 2020 at 19:46 PM
जब तक किसी मजबूर प्राणी की जान बचाने का आपको सौभाग्य न प्राप्त हो..!
Submitted on 01 Apr, 2020 at 11:18 AM
मां दुखी तो थी, पर खुश भी थी, क्योंकि उसके बेटे के पास चार किताबें भी थीं !
Submitted on 04 Mar, 2020 at 14:30 PM
उसका यह भ्रम पूरी तरह से टूट चुका था, कि समाज के भूखे भेड़ियों से वह खुद को बचा सकेगी..! अब इसी में उसने खुश रहना।।।।
Submitted on 18 Apr, 2019 at 02:19 AM